Rajasthan Assembly Elections: करणपुर विधानसभा सीट पर मतदान पांच जनवरी को, मतगणना आठ जनवरी को होगी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 5, 2023 01:53 PM2023-12-05T13:53:51+5:302023-12-05T13:55:13+5:30
करणपुर सीट पर मतदान पांच जनवरी को तथा मतगणना आठ जनवरी को होगी। नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 12 दिसंबर से शुरू होगी और इसकी आखिरी तारीख 19 दिसंबर है। नामांकन पत्रों की छंटनी 20 दिसंबर को की जाएगी और 22 दिसंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
Rajasthan Assembly Elections Results: राजस्थान की करणपुर विधानसभा सीट पर मतदान पांच जनवरी 2024 को होगा। निर्वाचन आयोग (ईसी) ने यह जानकारी दी। करणपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के निधन के कारण इस सीट के लिए मतदान स्थगित कर दिया गया था।
आयोग ने बताया कि करणपुर सीट पर मतदान पांच जनवरी को तथा मतगणना आठ जनवरी को होगी। नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 12 दिसंबर से शुरू होगी और इसकी आखिरी तारीख 19 दिसंबर है। नामांकन पत्रों की छंटनी 20 दिसंबर को की जाएगी और 22 दिसंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। करणपुर सीट पर मतदान 15 नवंबर को स्थगित कर दिया गया था।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 52 का हवाला देते हुए बताया था कि यदि राष्ट्रीय या राज्य स्तर की किसी मान्यता प्राप्त पार्टी द्वारा मैदान में उतारे गए उम्मीदवार का मतदान से पहले निधन हो जाता है तो निर्वाचन अधिकारी उस सीट पर मतदान ‘‘स्थगित’’ कर देता है और मतदान के लिए नयी तारीख की घोषणा बाद में की जाती है ।
अधिनियम की धारा 52 (2) के अनुसार, ऐसे में निर्वाचन आयोग मान्यता प्राप्त उस राजनीतिक दल से किसी दूसरे उम्मीदवार को नामांकित करने के लिए कहता है जिसके उम्मीदवार का निधन हुआ हो। राजस्थान की 200 विधानसभा सीट में से 199 सीट पर 25 नवंबर को मतदान हुआ था, लेकिन मौजूदा विधायक और कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण करणपुर सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया था। राज्य की कुल 200 में से 199 विधानसभा सीट पर मतदान हुआ और मतों की गिनती रविवार को संपन्न हुई। इसमें भाजपा को 115 सीट के साथ बहुमत मिला जबकि कांग्रेस 69 सीट पर सिमट गई।
भाजपा को राज्य में पूर्ण बहुमत मिल चुका है ऐसे में करणपुर विधानसभा सीट के परिणाम से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। पार्टी ने अभी तक मुख्यमंत्री की घोषणा नहीं की है। माना जा रहा है कि इस बार वसुंधरा की जगह किसी नए चेहरे पर शीर्ष नेतृत्व दाव लगा सकता है।
(इनपुट- भाषा)