मुंबई, 19 फरवरी: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को बीफ और किस फेस्टिवल को लेकर बयान दिया है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि अगर आपको बीफ खाना है तो खाइए, इसके फेस्टिवल मनाये जाने की क्या जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने किस फेस्टिवल पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अगर आपको किस करना है तो करिए लेकिन फेस्टिवल आयोजित करने या किसी की इजाजत लेने की क्या जरूरत है।
बता दें कि उपराष्ट्रपति नायडू आज मुंबई के आरए पोद्दार कॉलेज ऑफ कॉमर्स ऐंड इकॉनमिक्स के प्लैटिनम जुबली प्रोग्राम में पहुंचे थें। वहां उन्होंने अफजल गुरु का भी जिक्र किया और कहा कि लोग अफजल गुरु का नाम का जाप कर रहे हैं या उसकी बरसी मना रहे हैं जिसने हमारी संसद को उड़ाने की कोशिश की थी। यह क्या हो रहा है। क्यों लोगों को सही या गलत समझ नहीं आ रहा।
यह कोई पहली बार नहीं बल्कि केंद्र में मंत्री रहने के समय भी बीफ विवाद पर वेंकैया नायडू ने अपना बयान दिया था। तब उन्होंने खुद को मांसाहारी बताया था। और कहा था कि सबको अपनी पसंद का भोजन करने का अधिकार है। उन्होंने कहा था, 'मैं मांसाहारी हूं। मुझे कभी भी किसी ने भी कुछ भी खाने से नहीं रोका है। भोजन व्यक्तिगत पसंद की चीज है।'