बीफ खाना है खाइए, किस करना है कीजिए, फेस्टिवल मनाने की क्या जरूरत?- उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: February 19, 2018 04:09 PM2018-02-19T16:09:46+5:302018-02-19T16:18:10+5:30
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि अगर आपको बीफ खाना है तो खाइए, इसके फेस्टिवल मनाये जाने की क्या जरूरत है।
मुंबई, 19 फरवरी: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को बीफ और किस फेस्टिवल को लेकर बयान दिया है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि अगर आपको बीफ खाना है तो खाइए, इसके फेस्टिवल मनाये जाने की क्या जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने किस फेस्टिवल पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अगर आपको किस करना है तो करिए लेकिन फेस्टिवल आयोजित करने या किसी की इजाजत लेने की क्या जरूरत है।
You want to eat Beef, eat. Why Festival? Similarly a Kiss Festival, if you wish to Kiss why you need a festival or anyone's permission. Then you have Afzal Guru. People chanting his name. What is happening? He tried to explode our parliament: VP Venkaiah Naidu pic.twitter.com/m9ggvoYZQA
— ANI (@ANI) February 19, 2018
बता दें कि उपराष्ट्रपति नायडू आज मुंबई के आरए पोद्दार कॉलेज ऑफ कॉमर्स ऐंड इकॉनमिक्स के प्लैटिनम जुबली प्रोग्राम में पहुंचे थें। वहां उन्होंने अफजल गुरु का भी जिक्र किया और कहा कि लोग अफजल गुरु का नाम का जाप कर रहे हैं या उसकी बरसी मना रहे हैं जिसने हमारी संसद को उड़ाने की कोशिश की थी। यह क्या हो रहा है। क्यों लोगों को सही या गलत समझ नहीं आ रहा।
यह कोई पहली बार नहीं बल्कि केंद्र में मंत्री रहने के समय भी बीफ विवाद पर वेंकैया नायडू ने अपना बयान दिया था। तब उन्होंने खुद को मांसाहारी बताया था। और कहा था कि सबको अपनी पसंद का भोजन करने का अधिकार है। उन्होंने कहा था, 'मैं मांसाहारी हूं। मुझे कभी भी किसी ने भी कुछ भी खाने से नहीं रोका है। भोजन व्यक्तिगत पसंद की चीज है।'