अगले 10 साल तक नहीं पीएम मोदी का कोई विकल्प, उपेंद्र कुशवाहा मनचाही सीटें न मिलने की वजह से हुए एनडीए से अलग: रामदास अठावले
By भाषा | Published: December 21, 2018 03:04 PM2018-12-21T15:04:31+5:302018-12-21T15:05:00+5:30
आरपीआई (ए) नेता रामदास अठावले ने कहा कि वाईएसआर कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, बीजद जैसे दल बीजेपी के नेतृत्व वाले राजग में शामिल हो सकते हैं।
नयी दिल्ली, 21 दिसंबर: राजग में शामिल आरपीआई (ए) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने आने वाले दिनों में राजग के विस्तार का दावा करते हुए शुक्रवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी आज भी जनता में काफी लोकप्रिय हैं तथा अगले 10 साल तक उनका कोई विकल्प नहीं है।
अठावले ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि उपेंद्र कुशवाहा का राजग से अलग होने के पीछे मोदी से नाराजगी नहीं है बल्कि इसका कारण गठबंधन में जदयू के आने के बाद उम्मीद के अनुरूप सीटें नहीं मिलना है।
चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा की मांग पर अलग हुयी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ऐसी संभावना है कि वाईएसआर कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, बीजद राजग में शामिल हो सकती है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ने विपक्ष के महागठबंधन की कवायद का जिक्र करते हुए कहा कि महागठबंधन केवल फोटो का अवसर है जिसके साथ आने की संभावना बेहद कम है।
हाल में कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव परिणामों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि यह नरेन्द्र मोदी की असफलता नहीं है। यह परिणाम राज्यों की समस्या से जुड़े थे। राजस्थान एवं मध्यप्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस को अच्छी टक्कर दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री पर बार बार निशाना साधना अच्छी बात नहीं है। भारत का जनमानस इस तरह के आचरण को स्वीकार नहीं करता है। इसका आने वाले दिनों में उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है।
अठावले ने कहा कि नरेन्द्र मोदी आज भी जनता में काफी लोकप्रिय हैं, अगले 10 साल तक उनका कोई विकल्प नहीं है। 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद वे फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह दुष्प्रचार कर रही है कि भाजपा संविधान बदल देगी। सरकार के साढ़े चार वर्ष हो गए लेकिन ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई।
दलितों पर अत्याचार के विषय पर उन्होंने कहा कि जब तक जातपांत रहेगा, ऐसी घटना सामने आयेगी । ऐसी घटनाएं कांग्रेस के शासनकाल में भी थी, कुछ घटनाएं हाल में भी सामने आई है। सामाजिक न्याय स्थापित करने के लिये जातपांत को खत्म करना जरूरी है।