Vizag Gas Leak: केंद्र पॉलिमर इकाई बंद करे, गैस रिसाव मामले की जांच हो, तेदेपा प्रमुख नायडू ने कहा
By भाषा | Published: May 7, 2020 02:21 PM2020-05-07T14:21:21+5:302020-05-07T14:21:21+5:30
विशाखापट्टनम के निकट गोपालपत्तनम के तहत आने वाले वेंकेटपुरम गांव में स्थित एलजी पॉलिमर्स लिमिटेड के संयंत्र से स्टीरीन गैस का रिसाव हुआ है। मृतकों में आठ साल का एक बच्चा भी शामिल है जबकि प्रभावित लोगों को निकालने के लिए गए कई पुलिसकर्मी भी इससे प्रभावित हुए हैं।
अमरावतीः तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने विशाखापट्टनम में बृहस्पतिवार को हुए गैस रिसाव मामले की जांच कराए जाने की मांग की और केंद्र से वह रासायनिक संयंत्र तत्काल बंद करने की अपील की, जहां से स्टाइरीन वेपर का रिसाव हुआ था।
नायडू ने केंद्र से यह भी अपील की कि वह जिले में चिकित्सा विशेषज्ञों का दल तत्काल भेजे क्योंकि जिले में इससे प्रभावित हुए लोगों के उपचार के लिए आवश्यक विशेषज्ञता वाले लोग संभवत: नहीं होंगे। नायडू ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को लिखे एक पत्र में केंद्र ने कहा कि इस जहरीली गैस के रिसाव से प्रभावित हुए पशुओं के उपचार के लिए पशु रोग विशेषज्ञ तैनात किए जाएं।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, कोविड-19 व्यक्ति के फेफड़ों को प्रभावित करता है और उसकी रोग प्रतिरोधी क्षमता को कम करता है इसलिए, यह आवश्यक है कि स्टाइरीन गैस रिसाव और कोविड-19 संक्रमण दोनों को ध्यान में रखकर चिकित्सकीय मदद भेजी जाए।’’ नायडू ने कहा, ‘‘एलजी पॉलिमर्स यूनिट तत्काल बंद करना और मामले की पूरी जांच कराना भी आवश्यक है।’’ उन्होंने सुझाव दिया कि इस पूरी इकाई को विशेष आर्थिक क्षेत्र में स्थानांतरित किया जाए, जहां आस-पास रिहाइशी इलाका नहीं है।
उन्होंने इस त्रासदी पर खेद जताते हुए कहा कि कुछ लोगों की मौत हो गई है और करीब 2,000 लोग रिसाव के कारण बीमार हुए हैं। नायडू ने कहा कि केंद्र सरकार को स्टाइरीन वेपर से प्रभावित क्षेत्र का विश्लेषण करने के लिए आवश्यक उपकरण भेजने चाहिए।
विशाखापट्टनम में एक पॉलिमर संयंत्र से गैस रिसाव के बाद एक बच्चे समेत कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है और 100 ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह जानकारी स्थानीय प्रशासन मामलों के मंत्री ने दी है। अधिकारियों के मुताबिक, गैस रिसाव ने संयंत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित गांवों को प्रभावित किया है।
आंध्र प्रदेश में विशाखापट्टनम के पास 7 मई के तड़के एक पॉलिमर संयंत्र से गैस के रिसाव से 13 लोगों की मौत हो गई है। इस जानलेवा गैस ने पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित गांवों को अपनी चपेट में ले लिया। इस त्रासदी में सैकड़ों लोगों को सांस लेने में दिक्कत और दूसरी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डी गौतम सवांग ने बताया कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने हालात का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की थी और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। विशाखापत्तनम के पास गोपालपत्तनम के तहत आने वाले वेंकेटपुरम गांव में स्थित एलजी पॉलिमर्स लिमिटेड के संयंत्र से स्टाइरीन गैस के रिसाव के कारण 13 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने यहां मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद कहा कि विशाखापत्तनम के किंग जॉर्ज अस्पताल में कम से कम 246 लोगों का इलाज चल रहा है और उनमें से 20 वेंटिलेटर पर हैं।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात का जायजा लिया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर चिंता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने गृह मंत्रालय और एनडीएमए के अधिकारियों से स्थिति के संबंध में बात की है जो हालात पर करीबी नजर रखे हुए हैं । उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सभी की सुरक्षा और विशाखापत्तनम के लोगों की कुशलक्षेम की प्रार्थना करता हूं । ’’
मृतकों में आठ साल का एक बच्चा भी शामिल है जबकि प्रभावित लोगों को निकालने के लिए गए कई पुलिसकर्मी भी इससे प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा, प्रभावित गांव से भागने के दौरान दो लोग एक बोरवेल में गिर पड़े जिससे उनकी मौत हो गई। उनके शवों को बाद में निकाल लिया गया। प्रभावित लोग ऑटो और दो पहिया गाड़ियों पर चिकित्सकीय सहायता के लिए दौड़े जबकि सरकारी कर्मियों ने जो भी संभव हुआ, वो प्राथमिक उपचार उन्हें देने की कोशिश की। लोग सड़क किनारे और नालों के पास बेहोश पड़े हुए थे, जो स्थिति की गंभीरता को बयान करता है।