वायरल ऑडियो में दावा, शिवराज ने कहा- कमलनाथ सरकार गिराने को लेकर BJP केंद्रीय नेतृत्व से मिला था आदेश!
By पल्लवी कुमारी | Updated: June 10, 2020 08:15 IST2020-06-10T08:15:29+5:302020-06-10T08:15:29+5:30
मध्य प्रदेश विधानसभा में फिलहाल 206 सदस्य हैं, जिनमें से 107 भारतीय जनता पार्टी (BJP) और 92 कांग्रेस के हैं। बाकी अन्य हैं। राज्य में वर्तमान में बहुमत का आंकड़ा 104 है।

Shivraj Singh Chouhan (File Photo)
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है ये वायरल ऑडियो क्लिप भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान की है। जिसमें शिवराज सिंह चौहान कार्यकर्ताओं से कह रह हैं कि कांग्रेस की सरकार को गिराने का आदेश बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से मिला था। वीडियो एमपी में काफी शेयर किया जा रहा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी इस खबर पर ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अधिकारिक पेज ने ट्वीट किया, ''मप्र की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से आदेश मिला था, शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एक ऑडियो में कार्यकर्ताओं से कह रहे हैं कि केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहियए। मोदी जी, लोकतंत्र की हत्या के जिम्मेदार..?''
मप्र की कांग्रेस सरकार गिराने के लिये बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से आदेश मिला था : शिवराज
— MP Congress (@INCMP) June 10, 2020
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एक ऑडियो में कार्यकर्ताओं से कह रहे हैं कि केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिये।
मोदी जी,
लोकतंत्र की हत्या के ज़िम्मेदार..?https://t.co/b6ybe9jIqW
ऑडियो क्लिप में क्या कहते दिख रहे हैं शिवराज सिंह चौहान
अंग्रेजी वेबसाइट NDTV ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि क्लिप में शिवराज सिंह चौहान को कहते सुना जा सकता है, ''केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए... नहीं तो ये बर्बाद कर देगी, तबाह कर देगी और आप बताओ ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी? और कोई तरीका नहीं था। कांग्रेस कह रही है धोखा तुलसी सिलावट ने न दिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने न दिया, धोखा कांग्रेस ने दिया।''
हालांकि एनडीटीवी ने इस वायरस ऑडियो क्लिप की पुष्टि नहीं की है। ऑडियो क्लिप में नाम लिया गया ''तुलसी भाई'' ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार और कांग्रेस के पूर्व मंत्री तुलसी सिलावत हैं, जो उनके साथ बीजेपी में शामिल हुए थे। ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने 10 मार्च 2020 को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफा दिया था। बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया को राज्यसभा का टिकट भी मिला था।
हाल ही के इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा- मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेतृत्व की गलत नीतियों की वजह से सरकार गिरी
हालांकि बीजेपी ने हमेशा इस बात से इनकार किया है कि उनकी वजह से मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिरी है। बीजेपी ने हमेशा इसका आरोप कांग्रेस पर लगाया है। हाल ही में गृह मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था, मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेतृत्व की गलत नीतियों की वजह से ही कमलनाथ सरकार 15 महीने में गिर गई।
अमित शाह ने एक न्यूज चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में कहा था, कांग्रेस पार्टी में नेताओं को सम्मान नहीं मिलता। सिंधिया जैसे नेताओं को भी पार्टी संभालकर नहीं रख पाई। इसके लिए सिर्फ सोनिया गांधी और राहुल गांधी जिम्मेदार हैं।
मध्य प्रदेश में 15 महीने चली थी कमलनाथ की सरकार
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद राज्य के 22 विधायकों ने भी कांग्रेस छोड़ दिया था और कमलनाथ को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद बीजेपी ने प्रदेश में सरकार बनाई और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

