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Uttar pradesh ki khabar: सपा मुखिया अखिलेश यादव का ऐलान- 2022 में साइकिल, 403 में से 351 सीट जीतने का लक्ष्य, बिहार चुनाव नहीं लड़ेंगे

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 15, 2020 20:35 IST

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ''अगर भाजपा झूठ फैला कर 300 से ज्यादा सीटें जीत सकती है तो ईमानदारी से मेहनत करके हम 351 सीटें जीत सकते हैं. हम इसे जरूर हासिल करेंगे क्योंकि 22 में चलेगी बाइसिकल''.

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ठळक मुद्देअगर केंद्र सरकार जातिवार जनगणना नहीं कराती है तो वर्ष 2022 में यूपी की सत्ता में आने के बाद सपा सूबे में जातिवार मर्दुमशुमारी कराएगी. हम रास्ता निकालेंगे कि जिसकी जितनी आबादी है उसी हिसाब से उसको हक और सम्मान मिल जाए.

लखनऊःएजेंसी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव में 403 में से 351 सीटें जीतने का लक्ष्य तय करते हुए कहा कि वर्ष 2022 में पार्टी की सरकार आने पर वह खुद प्रदेश में जातिवार जनगणना कराएंगे.

उन्होंने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली जाते वक्त विमान में एक शख्स ने उनका हाथ देखकर बताया कि मेहनत करें, इस बार आप 350 सीटें जीतकर सरकार बनाएंगे. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ''अगर भाजपा झूठ फैला कर 300 से ज्यादा सीटें जीत सकती है तो ईमानदारी से मेहनत करके हम 351 सीटें जीत सकते हैं. हम इसे जरूर हासिल करेंगे क्योंकि 22 में चलेगी बाइसिकल''.

अखिलेश ने कहा कि अगर केंद्र सरकार जातिवार जनगणना नहीं कराती है तो वर्ष 2022 में यूपी की सत्ता में आने के बाद सपा सूबे में जातिवार मर्दुमशुमारी कराएगी. हम रास्ता निकालेंगे कि जिसकी जितनी आबादी है उसी हिसाब से उसको हक और सम्मान मिल जाए. उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए पूछा कि आखिर क्या वजह है कि वह जातिवार जनगणना नहीं करा रही है. जातिवार जनगणना से समाज की कई समस्याओं का समाधान हो जाएगा.

वह जातिवार जनगणना पर इसलिए जोर दे रहे हैं कि क्योंकि उन्हें बच्चों के भी भविष्य की चिंता है कि कहीं आगे चलकर वे भी नफरत का शिकार न बन जाएं. अखिलेश ने दिल्ली दंगों पर कहा कि उन्हें लगता है कि गृह मंत्री अमित शाह मुख्यमंत्री नाराज हैं. इसीलिए उन्होंने कहा कि दंगा फैलाने के लिए 300 लोग यूपी से आए थे.

सपा बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी अखिलेश ने ऐलान किया '' सपा बिहार का आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी, बल्कि वहां केवल जीतने वालों का समर्थन करेगी.''उन्होंने कहा कि पश्चिमम बंगाल के लिए वह पार्टी उपाध्यक्ष किरणमय नंदा से मिलकर फैसला करेंगे.

इस मौके पर पूर्व सांसद बलिहारी बाबू, पूर्व मंत्री बसपा वरिष्ठ नेता तिलक चंद्र अहिरवार, पूर्व विधायक फेरन लाल अहिरवार और अनिल अहिरवार ने बसपा छोड़कर कर सपा का दामन थाम लिया. इन नेताओं ने कहा कि बसपा की गलत नीतियों और बार-बार अपमानित किए जाने की वजह से वे पार्टी छोड़ रहे हैं.अखिलेश ने पार्टी में शामिल नेताओं का स्वागत करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया.

टॅग्स :समाजवादी पार्टीलखनऊउत्तर प्रदेशअखिलेश यादवमुलायम सिंह यादव
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