खीर वाले सियासी बयान से पलटे उपेंद्र कुशवाहा, कहा- न BJP से चीनी मांगी और न RJD से दूध
By पल्लवी कुमारी | Published: August 27, 2018 12:58 PM2018-08-27T12:58:32+5:302018-08-27T12:58:32+5:30
पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में कुशवाहा ने कहा था, 'अच्छी खीर यादवों के दूध से और कुशवाहा समाज के लोगों द्वारा उपजाए गए चावल से ही बन सकती है।
पटना, 27 अगस्त: बिहार में एनडीए के घटक दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के नेता और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने खीर वाले बयान पर सफाई देते नजर आए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बोला- न तो उन्होंने
राष्ट्रीय जनता दल से दूध मांगा है और न ही भारतीय जनता पार्टी से चीनी मांगी है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार( 27 अगस्त) को कहा, 'न मैंने आरजेडी से दूध मांगी और न ही बीजेपी से चीनी मांगी। हमने सभी समाज से समर्थन मांगा है। मैं तो सामाजिक एकता की बात कर रहा था। कृपया किसी जाति या समुदाय को किसी राजनीतिक पार्टी से इसे जोड़ने की कोशिश ना करें।'
I was talking about social unity. Please don't identify any caste community with any political party: Upendra Kushwaha,Union Minister and RLSP Chief on his earlier statement 'Yaduvanshi(Yadavs) ka doodh aur Kushvanshi(Koeri community) ka chawal mil jaye to kheer badhiya hogi.' pic.twitter.com/qU7qf9CH4L
— ANI (@ANI) August 27, 2018
बता दें कि शनिवार को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में कुशवाहा ने कहा था, 'अच्छी खीर यादवों के दूध से और कुशवाहा समाज के लोगों द्वारा उपजाए गए चावल से ही बन सकती है।' ये कार्यक्रम पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में थी। जहां मंडल आयोग के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व सीएम बीपी मंडल की 100वीं जयंती समारोह का आयोजन किया गया था।
Yaduvanshi(Yadavs) ka doodh aur Kushvanshi(Koeri community) ka chawal mil jaye to kheer badhiya hogi. Aur us swadisht vyanjan ko ban ne se koi rok nahi sakta hai: Upendra Kushwaha,Union Minister and Rashtriya Lok Samta Party Chief in Patna (25.8.18) pic.twitter.com/QhuEScEpwi
— ANI (@ANI) August 26, 2018
जहां उपेंद्र कुशवाहा ने यादव और कुशवाहा समाज के लोगों को साथ आने की वकालत की। इसके साथ ही उन्होंने अन्य पिछड़ी जातियों को भी साथ में जोड़ने की बात कही। कुशवाह के इस बयान पर बिहार की सियासत गर्मा गई थी। ऐसा अनुमाना लगाया जा रहा था कि यह बयान आरजेडी और आरएलएसपी के बीच नजदीकी का संकेत है। गौरतलब है कि यादवों को पारंपरिक रूप से दुध के उत्पादन से जोड़कर देखा जा रहा है।