उपेन्द्र कुशवाहा ने दूर किया तेजस्वी यादव का टेंशन, कहा- 'महागठबंधन के दल अमृत पीएं, रालोसपा विष पीने को तैयार'
By एस पी सिन्हा | Published: August 26, 2020 07:57 PM2020-08-26T19:57:26+5:302020-08-26T19:57:26+5:30
उपेन्द्र कुशवाहा की नाराजगी सीट बंटवारे में देरी को लेकर है. ऐसे में आज के बयान से यह संकेत मिल रहे हैं उपेन्द्र कुशवाहा जीतन राम मांझी की राह पर नहीं चलेंगे यानि वे महागठबंधन नहीं छोडेंगे.
पटना: बिहार विधान सभा चुनाव से पहले महागठबंधन में घमासान बढ़ता दिख रहा है. कार्डिनेशन कमिटी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी महागठबंधन से अलग हो चुके हैं. कांग्रेस सीटों को लेकर लगातार आंख तरेर रही है. कांग्रेस के कई नेताओें ने कहा है कि इस बार ज्यादा सीटें चाहिए. यह कयास भी लगते रहे हैं कि रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा भी तेजस्वी यादव से नाराज हैं.
इस बीच उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि उनकी पार्टी एनडीए के खिलाफ खड़े कुछ और राजनीतिक दलों को महागठबंधन में जोड़ने की हिमायती हैं. उन्होंने कहा कि सीटों का बंटवारा कर जल्द चुनाव में उतरना चाहिए. अब इसमें एक दिन की भी देरी नुकसादायक साबित होगी. समुद्र मंथन में निकले अमृत महागठबंधन के अन्य दल पी लें, विष पीने को रालोसपा तैयार है. कुशवाहा पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति के साथ राष्ट्रीय नेताओं की आज हुई बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक पटना के एक सभागार में हुई.
पार्टी प्रमुख ने अपने नेताओं को चुनाव की तैयारी तेज करने का ऐलान किया. साथ ही कहा कि हमें जो सीटें मिलेगी उस पर पार्टी का उम्मीदवार तो होगा, लेकिन तैयारी सभी सीटों पर जमकर करनी है ताकि दूसरे सहयोगी दलों के उम्मीदवारों की जीत में भी पार्टी की महत्वपूर्ण भूमिका हो.
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा- वो हर जहर पीने को भी तैयार
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि वे जहर पीने को भी तैयार हैं. ऐसे में यह साफ है उन्होंने संकेत दे दिये हैं कि वे हर समझौते के लिए तैयार हैं. उपेन्द्र कुशवाहा के बयान के अपने मायने हैं. इस बयान से यह साफ हो गया है कि कम से कम रालोसपा और राजद के बीच सीटों को लेकर कोई किचकिच नहीं होगी.
कुशवाहा ने अपने बयान तेजस्वी यादव की टेंशन कम कर दी है, इससे पहले सीट बंटवारे को लेकर वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी भी बड़ा दावा कर चुके हैं.
मुकेश सहनी ने कहा है कि उनके और राजद के बीच सीटों को लेकर सबकुछ फाइनल हो गया है. यहां तक की यह भी तय है कि अगर महागठबंधन की सरकार बनी तो सरकार में वीआईपी पार्टी की हिस्सेदारी क्या होगी.
यहां यह भी बता दें कि उपेन्द्र कुशवाहा ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी जहर पीने की बात कही थी. उन्होंने अब कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को हराने के लिए बिहार की सभी धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और वामपंथी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे.