जयपुरः कोरोना वायरस के फैले प्रकोप के बीच उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार व कांग्रेस आमने-सामने है। दरअसल, मामला श्रमिकों को उनके गंतव्यों तक भेजने के लिए कांग्रेस की ओर से मुहैया कराई जा रही बसों को लेकर हैं। कांग्रेस का आरोप है कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बसों को लेकर तुच्छ राजनीति कर रही है। अब राजस्थान में कांग्रेस के दिग्गज नेता व सूबे के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने योगी सरकार पर हमला बोला है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्च के अनुसार, सचिन पायलट ने कहा, 'अगर कांग्रेस लोगों के लिए भोजन और बसों की व्यवस्था कर रही है, तो हर सरकार को इसका स्वागत करना चाहिए। सीमाओं पर अनुमति प्रदान नहीं करना, नेताओं को गिरफ्तार करना और तुच्छ राजनीति करना, क्या यह उचित है? यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यूपी सरकार बसों को अनुमति नहीं दे रही है।'
इससे पहले कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि बसें बुधवार शाम पांच बजे तक राजस्थान से लगी उत्तर प्रदेश सीमा पर खड़ी रहेंगी और उत्तर प्रदेश सरकार को इन्हें जाने की अनुमति देनी चाहिए। यह घटिया राजनीति की चरम सीमा है। अजय सिंह बिष्ट सरकार (योगी आदित्यनाथ सरकार) गोल-गोल घूमा रही है। इस राजनीति का औचित्य क्या है? हम सरकार के इस रुख की कड़ी निंदा करते हैं।
गौरतलब है कि बसों को लेकर पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है। दोनों तरफ से एक दूसरे को कई पत्र लिखे गए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि कांग्रेस ने 1000 से अधिक बसों का जो विवरण मुहैया कराया उनमें कुछ दोपहिया वाहन, एंबुलेस और कार के नंबर भी हैं। इस पर कांग्रेस ने कहा कि उसकी ओर से मुहैया कराई गई सूची में उत्तर प्रदेश सरकार ने खुद 879 बसों के सही होने की पुष्टि की है और उसे अब इन बसों को चलाने की अनुमति प्रदान करनी चाहिए।