जयपुर: कांग्रेस विधायक दल की बैठक एक बार फिर से कल जयपुर में होने वाली है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि राजस्थान में राजनीतिक हालात की चर्चा के लिए कल सुबह 10 बजे फिर से कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई। हम सचिन पायलट और सभी विधायकों से आने का आग्रह करते हैं। उन्हें यह लिखित में भी दिया जाएगा, हमने उन्हें स्थिति पर चर्चा के लिए बुलाया है।
सुरजेवाला ने यह भी कहा है कि उनसे (सचिन पायलट) आग्रह है कि राजस्थान को मजबूत पर बनाने पर चर्चा के लिए आएं और यहां के 8 करोड़ लोगों की सेवा करें। अगर कोई मतभेद है तो उन्हें खुल मन से यह कहना चाहिए। सोनिया गांधी और राहुलजी जी सबको सुनने और समस्या के समाधान के लिए तैयार हैं।
साथ ही सुरजेवाला ने दावा किया है कि 109 विधायकों के साथ राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार बहुमत में है, विधायकों ने अपना समर्थन पत्र दिया है। उन्होंने बीजेपी की कोशिशों को नाकाम कर दिया है।
सरकार के खिलाफ काम करने वाले विधायकों पर कार्रवाई का प्रस्ताव पास-
आज के विधायक दल की बैठक में सीएम अशोक गहलोत ने सरकार के खिलाफ काम करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं या कहें तो सचिन पायलट पर कार्रवाई का रास्ता साफ कर दिया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सरकार के खिलाफ काम करने वाले विधायकों पर कार्रवाई का प्रस्ताव पास हो गया है। इस फैसले के बाद गहलोत ने सचिन पायट को बाहर दिखाने का रास्ता साफ कर लिया है।
अशोक गहलोत से बीटीपी के दो विधायकों ने समर्थन लिया वापस-
इस बीच खबर आ रही है कि अब तक अशोक गहलोत के खेमे में मानी जा रही भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) ने अब अपना फैसला बदल लिया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, राजस्थान विधानसभा में बीटीपी के दो सदस्य हैं। पार्टी ने फरमान जारी कर अपने दोनों विधानसभा सदस्यों को किसी भी खेमे का समर्थन नहीं करने के लिए कहा है। पार्टी ने स्पष्ट कहा है कि यदि फ्लोर टेस्ट होती है तो आप दोनों सदस्य किसी भी पार्टी या खेमे को समर्थन नहीं करेंगे। यदि ऐसा करते हैं तो पार्टी आप पर कार्रवाई करेगी।
अशोक गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा ने सचिन पायलट को दिया समर्थन-
खबर यह है कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा ने कहा है कि मैं सचिन पायलट के साथ हूं। वहीं, सचिन पायलट ने भी कहा कि वह किसी कांग्रेसी के बड़े नेता के संपर्क में नहीं हैं। सचिन पायलट ने यह भी कहा है कि अशोक गहलोत के पास सिर्फ 84 विधायक हैं। बाकी शेष विधायक हमारे साथ हैं। सचिन पायलट ने यह भी कहा है कि हमने कांग्रेस से समझौता करने के लिए कोई शर्त नहीं रखा है।