विनायक सावरकर पर विवाद बढ़ गया है। अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल ने गुरुवार को भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में ‘‘वीर सावरकर कितने ‘वीर’?’’
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस, भाजपा और शिवसेना में ठन गई है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ‘जो लोग सावरकर जी के बारे में ऐसा बोल रहे हैं उनके दिमाग की जांच की जानी चाहिए, फिर चाहे वो महाराष्ट्र हो या देश का कोई हिस्सा हर कोई सावरकर जी पर गर्व करता है, जो लोग इस तरह की बातें करते हैं, उनका दिमाग गंदगी से भरा है।’
संजय राउत ने कांग्रेस सेवा दल की पुस्तिका 'गोडसे एंड सावरकर में शारीरिक संबंध थे' में एक बयान पर कहा कि वीर सावरकर एक महान व्यक्ति थे और एक महान व्यक्ति बने रहेंगे। एक वर्ग उसके खिलाफ बात करता रहता है, यह उनके दिमाग में गंदगी को दिखाता है, जो भी वे हो सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी, विनायक सावरकर के परपोते ने इस पर सवाल उठाए और निशाना साधा।
एक किताब वितरित की है, जिसमें राजनीतिक हिंदूवादी विचारधारा के जनक कहे जाने वाले विनायक दामोदर सावरकर पर सवाल उठाया गया है। वहीं, भाजपा ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस मतिभ्रम की स्थिति में है, इसलिए राष्ट्रभक्तों का अपमान कर रही है।
किताब में आरोप लगाया गया है कि सावरकर ने तत्कालीन ब्रिटिश हुकूमत से पैसे लिए थे। इसी बीच, मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद राकेश सिंह ने कांग्रेस सेवा दल के कार्यक्रम में सावरकर को लेकर बांटे गए साहित्य पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस मतिभ्रम के दौर से गुजर रही है। वह समझ नहीं पा रही कि किसका विरोध करें और किसका समर्थन करें।’’ उन्होंने कहा कि इस दौर में कांग्रेस के नेता उन राष्ट्र भक्तों को निशाना बनाने से नहीं चूक रहे जो राष्ट्रभक्त विशेष रूप से बहुसंख्यक आबादी के हितचिंतक रहे हैं।
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कांग्रेस सेवादल द्वारा जारी बुकलेट पर कहा, 'ये पूर्व हिंदू महासभा अध्यक्ष सावरकर के खिलाफ बेहूदा आरोप लगाया गया है। जाहिर तौर पर हमने यह भी सुना है कि राहुल गांधी होमोसेक्सुअल हैं।'
कांग्रेस सेवादल की ओर से जारी किताब में दावा किया गया है कि नाथूराम गोडसे और वीर सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध थे। किताब में महात्मा गांधी की हत्या, नाथूराम गोडसे का भी जिक्र है। डॉमिनिक लैपिएर और लैरी कॉलिन की किताब 'फ्रीडम एट मिडनाइट' का जिक्र करते हुए इसमें लिखा है, 'ब्रह्मचर्य धारण करने से पहले नाथूराम गोडसे के एक ही शारीरिक संबंध का ब्यौरा मिलता है और वह समलैंगिक संबंध थे। उनका पार्टनर था उनका राजनैतिक गुरु वीर सावरक।
वहीं, इस मामले की बीजेपी ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस मतिभ्रम की स्थिति में है, इसलिए राष्ट्रभक्तों का अपमान कर रही है। मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष एवं सांसद राकेश सिंह ने कांग्रेस सेवा दल के कार्यक्रम में सावरकर को लेकर बांटे गए साहित्य पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'कांग्रेस मतिभ्रम के दौर से गुजर रही है। वह समझ नहीं पा रही कि किसका विरोध करें और किसका समर्थन करें।'
उन्होंने कहा कि इस दौर में कांग्रेस के नेता उन राष्ट्र भक्तों को निशाना बनाने से नहीं चूक रहे जो राष्ट्रभक्त विशेष रूप से बहुसंख्यक आबादी के हितचिंतक रहे हैं।