नई दिल्ली: शिवसेना नेता व राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि कंगना रनौत के मामले में हमने अब कुछ नहीं बोलने का सोच लिया है, लेकिन इस मामले में हम हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इस घटना से हम सबों ने यह समझा है कि कौन व्यक्ति हमारे महान महाराष्ट्र स्टेट के बारे में क्या सोचता है।
संजय राउत ने शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा पूर्व नेवी अधिकारी के साथ मारपीट के मामले में कहा कि महाराष्ट्र एक बड़ा राज्य हैं, ऐसे में बड़े राज्यों में ऐसी घटना हो जाती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कितने सारे पूर्व सेना के लोगों के साथ मारपीट होती है। क्या कभी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के उन लोगों से बातचीत करने और बयान देने की कोशिश की है।
इसके साथ ही राउत ने कहा कि उस घटना के बाद हमारे राज्य की पुलिस ने बिना किसी भेदभाव के अरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया था। हमारे सरकार की प्राथमिकता है कि किसी नागरिक पर इस तरह के हमले नहीं होने चाहिए।
संजय राउत ने कहा कि इस बार सांसद सत्र में बेरोजगारी, चीन का भारतीय सीमा में घुसपैठ व जीएसटी जैसे अहम मुद्दे पर उठाए जाएंगे।
इसके अलावा, आज ही महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य को बदनाम करने का षड्यंत्र चल रहा है, उनकी सरकार कोविड-19 के हालात से निपटने के लिए प्रभावी तरीके से काम कर रही है। इसके साथ ही सीएम ठाकरे ने कंगना रनौत के मामले में कहा कि हमारी खामोशी को लोग कमजोरी समझने की भूल न करें।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग महाराष्ट्र को बदनाम करने की जो साजिश कर रहे हैं उन्हें हम सफल नहीं होने देंगे। इसके साथ ही सीएम ठाकरे ने कहा कि कंगना रनौत व पूर्व नेवी अफसर के साथ हुई मारपीट को एक साथ जोड़ने का प्रयास न करें. यह दोनों अलग-अलग मामला है। इन मामलों में विधिवत कार्रवाई हो रही है।
मराठा आरक्षण पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रोक लगाए जाने को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि महामारी के दौरान मराठा आरक्षण के मुद्दे को लेकर मार्च या प्रदर्शन न करें। इससे महामारी की समस्या और अधिक बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार मराठा आरक्षण को लेकर हर संभव प्रयास कर रही है।
सीएम ठाकरे ने कहा कि मराठा आरक्षण देने की मेरी पूरी कोशिश है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा रखी है। लेकिन, हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपको पूरा न्याय मिले। आंदोलन न करें। गलतफहमी न फैलाएं। मराठा आरक्षण मामले में न्याय मिले, सरकार की पूरी कोशिश है।