नई दिल्लीः राजस्थान में अभी सियासी तूफान के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। बागी विधायक विश्वेंद्र सिंह को कांग्रेस ने प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया, जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने सचिन पायलट को लेकर कहा था कि अच्छी अंग्रेजी बोलना, बाइट देना और हैंडसम होना ही सबकुछ नहीं है।
विधायक विश्वेंद्र सिंह ने कहा, 'हैंडसम तो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी भी थे...और अंग्रेजी भी अच्छी बोलते थे...!!' इसके साथ विश्वेंद सिंह ने हैशटैग 'बस कह रहा हूं' का इस्तेमाल किया है।
बता दें, अशोक गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए पहली बार सचिन पायलट पर खुले तौर पर हमला किया था। उन्होंने सचिन पायलट से सवाल पूछे थे कि आपके दिल में देश के लिए क्या है?, आपकी आइडियोलॉजी क्या है?, आपके पॉलिसी क्या है? और आपके कमिटमेंट क्या है? यह नई पीढ़ी के लोग जो केंद्रीय मंत्री व राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष बनाए गए थे, उन्होंने क्या लोगों के लिए क्या काम किया है। यही नहीं अशोक गहलोत ने नाम लिए बिना कहा है था कि बीजेपी के साथ सचिन पायलट हॉर्स ट्रेडिंग में लगे हुए थे। उनके पास सबूत हैं कि वह सभी लोग विधायकों के खरीद फरोख्त में लगे हुए थे।
विश्वेंद्र सिंह व भंवर लाल शर्मा कांग्रेस से निलंबित
बीते दिन कांग्रेस ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बागी हुए विधायकों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए विधायक विश्वेंद्र सिंह व भंवर लाल शर्मा की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दिया था। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह जानकारी दी थी। मीडिया में बृहस्पतिवार को वायरल हुए एक ऑडियो टेप का हवाला देते हुए उन्होंने कहा था, 'कांग्रेस ने विधायक भंवर लाल शर्मा को इन ऑडियो टेप की सत्यता का सत्यापन होने तक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।'
विश्वेंद्र सिंह सचिन पायलट खेमे के
सुरजेवाला ने बताया था कि इसी तरह विधायक विश्वेंद्र सिंह की प्राथमिक सदस्यता भी निलंबित की गई। इन दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि विधायक सिंह व शर्मा दोनों ही सचिन पायलट खेमे के हैं। सिंह को पायलट का करीबी माना जाता है और पार्टी ने पायलट सहित जिन तीन मंत्रियों को पद से हटाया उनमें वह भी हैं।