राज्यसभा चुनाव: ज्योतिरादित्य सिंधिया और सोलंकी के नामांकन पर आपत्तियां खारिज, दोनों के पर्चे स्वीकार

By भाषा | Published: March 17, 2020 11:18 PM2020-03-17T23:18:50+5:302020-03-17T23:18:50+5:30

मध्य प्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 26 मार्च को होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया ने सोमवार को भाजपा उम्मीदवारों सिंधिया और सोलंकी के नामांकन पर लिखित आपत्ति दर्ज करवाते हुए उसे खारिज करने की मांग की थी।

Rajya Sabha elections: Objections over nomination of Jyotiraditya Scindia and Solanki rejected | राज्यसभा चुनाव: ज्योतिरादित्य सिंधिया और सोलंकी के नामांकन पर आपत्तियां खारिज, दोनों के पर्चे स्वीकार

बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया। (फाइल फोटो)

Highlightsसोमवार को नामांकन पत्रों की जांच के दिन दिग्विजय ने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई थी कि सिंधिया ने अपने खिलाफ लंबित मामलों का ब्योरा नहीं दिया है। इसलिए उनका नामांकन निरस्त किया जाना चाहिए। बरैया ने आपत्ति दर्ज कराई थी कि सोलंकी का नामांकन पत्र खारिज किया जाना चाहिए क्योंकि नामांकन दाखिल करने के एक दिन बाद 13 मार्च को उनका सरकारी नौकरी से त्यागपत्र स्वीकार हुआ है।

मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव एवं राज्यसभा निर्वाचन अधिकारी ए.पी. सिंह ने प्रदेश की राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवारों ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रोफेसर सुमेर सिंह सोलंकी द्वारा दाखिल किये नामांकनों के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवारों द्वारा उठाई गई आपत्तियों को मंगलवार को खारिज कर दिया जिसके बाद दोनों के पर्चे स्वीकार कर लिये गये। यह जानकारी मध्य प्रदेश के पूर्व महाधिवक्ता पुरूषेन्द्र कौरव ने दी है।

मध्य प्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 26 मार्च को होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया ने सोमवार को भाजपा उम्मीदवारों सिंधिया और सोलंकी के नामांकन पर लिखित आपत्ति दर्ज करवाते हुए उसे खारिज करने की मांग की थी।

सोमवार को नामांकन पत्रों की जांच के दिन दिग्विजय ने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई थी कि सिंधिया ने अपने खिलाफ लंबित मामलों का ब्योरा नहीं दिया है। इसलिए उनका नामांकन निरस्त किया जाना चाहिए। वहीं, बरैया ने आपत्ति दर्ज कराई थी कि सोलंकी का नामांकन पत्र खारिज किया जाना चाहिए क्योंकि नामांकन दाखिल करने के एक दिन बाद 13 मार्च को उनका सरकारी नौकरी से त्यागपत्र स्वीकार हुआ है।

सोलंकी, बड़वानी के शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सहायक प्रोफेसर (इतिहास) के तौर पर पदस्थ थे और उन्होंने 12 मार्च को अपनी सरकारी नौकरी से त्यागपत्र दिया था। इनकी आपत्तियों पर चुनाव अधिकारी सिंह ने सिंधिया एवं सोलंकी को अपना पक्ष रखने लिए आज सुबह 10 बजे अपने कार्यालय में बुलाया था। सुनवाई के बाद उन्होंने दोनों भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन पर उठायी गयी आपत्तियों को खारिज कर दिया और उनके नामांकन स्वीकार कर लिए।

Web Title: Rajya Sabha elections: Objections over nomination of Jyotiraditya Scindia and Solanki rejected

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