झारखंड राज्यसभा चुनाव परिणाम: महागठबंधन को झटका, भाजपा ने कांग्रेस को हराया, शिबू सोरेन पहुंचे संसद
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 19, 2020 08:11 PM2020-06-19T20:11:42+5:302020-06-19T20:17:03+5:30
झारखंड राज्यसभा चुनाव परिणाम: कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव में राजस्थान से 2 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने 1 सीट जीती। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मध्य प्रदेश से 2 सीटें जीतीं,जबकि कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत मिली। राज्यसभा चुनाव में YSRCP ने आंध्र प्रदेश की सभी चार राज्यसभा सीटें जीतीं।
रांचीः झारखंड में महागठबंधन को झटका लगा है। राज्य में दो सीट पर चुनाव हुआ था, लेकिन 3 उम्मीदवार मैदान में थे। झारखंड राज्य की दो राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव मैदान में सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन के अलावा मुख्य विपक्षी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश एवं कांग्रेस के शहजादा अनवर उम्मीदवार थे।
झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों के लिए सभी 79 विधायकों ने मतदान किया। राज्य में कुल 81 सीट है। दो जगह खाली है। भाजपा ने कांग्रेस प्रत्याशी को हरा दिया है। जेएमएम और बीजेपी को यहां आसानी से एक-एक सीट पर जीत हासिल हुई है। जेएमएम उम्मीदवार शिबू सोरेन के पक्ष में 30 वोट पड़े, जबकि बीजेपी उम्मीदवार दीपक प्रकाश को 31 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार को 18 वोटों के साथ हार झेलनी पड़ी।
झारखंड की दो राज्यसभा सीटों के लिए यहाँ विधानसभा भवन में शुक्रवार को सभी 79 विधायकों ने मतदान में हिस्सा लिया
झारखंड की दो राज्यसभा सीटों के लिए यहाँ विधानसभा भवन में शुक्रवार को सभी 79 विधायकों ने मतदान में हिस्सा लिया। विधानसभा सचिवालय सूत्रों के अनुसार सुबह 9.00 बजे से शाम चार बजे तक मतदान का हुआ और इस दौरान सभी 79 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इक्यासी सदस्यीय झारखंड विधानसभा में फिलहाल 79 सदस्य हैं क्योंकि दो सीटें रिक्त हैं।
सूत्रों के अनुसार सबसे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के भूषण तिर्की ने अपना मत डाला जबकि सबसे अंत में भाजपा के विद्रोही निर्दलीय सरयू राय ने अपना मतदान किया। राज्य की दोनों सीटें निर्दलीय परिमल नाथवानी एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रेमचंद्र गुप्ता के कार्यकाल पूरा होने से रिक्त हुई थी। भाजपा के सभी 26 विधायकों ने तय रणनीति के अनुरूप एक साथ विधानसभा परिसर पहुंच कर मतदान किया।
इसके तुरत बाद भाजपा की गठबंधन सहयोगी आज्सू के प्रमुख सुदेश महतो तथा उनके दूसरे विधायक लंबोदर महतो विधानसभा पहुंचे और उन्होंने अपना मतदान किया। इस बीच निर्दलीय अमित यादव ने भी मतदान करने के बाद बताया कि उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया।
दोपहर लगभग साढ़े बारह बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा पहुंच कर अपना मतदान किया। दोपहर बाद मतदान में एक बार फिर तेजी आयी जब झारखंड मुक्ति मोर्चा के शेष विधायकों और कांग्रेस विधायकों ने अधिसंख्या में अपने मतदान किये। सबसे अंत में मतदान करने पहुंचे भाजपा के विद्रोही रहे सरयू राय नेअपना मत डालने के बाद कहा कि उन्होंने अपने वादे के अनुरूप ही भाजपा के दीपक प्रकाश के पक्ष में मतदान किया है।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘वास्तव में झामुमो और भाजपा के प्रत्याशियों के अलावा तीसरे म्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारना उचित नहीं था।’’ राय ने कहा कि कांग्रेस को अपने उम्मीदवार को जिताने की कहीं से कोई भावना नहीं थी लेकिन फिर भी उसने अपना उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा जो ‘‘फिजूल’’ था।
झारखंड विधानसभा में इस समय दो सीटें खाली हैं लिहाजा 79 सदस्यीय सदन में किसी भी उम्मीदवार को चुनाव जीतने के लिए कम से कम 27 मतों की आवश्यकता होगी। विधानसभा में अभी मुख्य सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के 29 विधायक हैं जबकि मुख्य विपक्षी भाजपा के कुल 26 विधायक हैं।
Rajya Sabha elections: Bharatiya Janata Party and Jharkhand Mukti Morcha win one seat (total 2 seats) each in Jharkhand.
— ANI (@ANI) June 19, 2020
झारखंड राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार की जीत तय, कांग्रेस ने खरीद-फरोख्त के लिए प्रत्याशी उताराः अरुण सिंह
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने शुक्रवार को दावा किया कि राज्यसभा की दो सीटों के लिए हो रहे मतदान में भाजपा उम्मीदवार दीपक प्रकाश की जीत तय है और कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ हॉर्स ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) के लिए अपना उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने झारखंड विधानसभा परिसर में बातचीत के दौरान दावा किया कि आज सवेरे ही भाजपा के सभी 26 विधायकों और उसके गठबंधन सहयोगी आजसू के 2 विधायकों ने अपना मतदान कर दिया। उन्होंने कहा कि इन 28 विधायकों के अलावा भाजपा के प्रत्याशी दीपक प्रकाश को कम से कम दो और विधायकों का मत मिलेगा। एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि झारखंड विधानसभा में कांग्रेस के सिर्फ 15 विधायक हैं और यहां राज्यसभा की सीट पर जीत दर्ज करने के लिए कम से कम 27 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है ऐसे में कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार हॉर्स ट्रेडिंग के उद्देश्य से मैदान में उतारा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस न सिर्फ झारखंड में बल्कि पूरे देश में बहुत अपरिपक्व बर्ताव कर रही है क्योंकि उसके वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को बहुत कम जानकारी है और उनका पढ़ने लिखने से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह चीन के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बयानबाजी की है वह उनकी क्षमता और दृष्टि को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। गौरतलब है कि राज्यसभा की दो सीटों के लिए भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश, सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन व कांग्रेस के शहजादा अनवर चुनाव मैदान में हैं। राज्य की दोनों सीटें निर्दलीय परिमल नाथवानी एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रेमचंद्र गुप्ता का कार्यकाल पूरा होने से रिक्त हुई है।
इनपुट भाषा से