राज्यसभा चुनाव: लाखावत के नाम वापस न लेने से रोचक हुआ मामला, भाजपा-कांग्रेस अपने-अपने विधायकों की बाड़ेबंदी में लगीं
By धीरेंद्र जैन | Published: March 20, 2020 05:57 AM2020-03-20T05:57:28+5:302020-03-20T05:57:28+5:30
भाजपा प्रत्याशी ओंकार सिंह लाखावत के नाम वापस न लेने से अब मामला रोचक हो गया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि भाजपा के पास खोने के लिए कुछ नहीं है।
राजस्थान में आगामी 26 मार्च को राज्यसभा की रिक्त हुई तीन सीटों के लिए होने जा रहे चुनावों में अब मतदान होना निश्चित हो गया है क्योंकि नाम वापसी के अंतिम दिन तक भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों में से किसी ने नाम वापस नहीं लिया।
भाजपा प्रत्याशी ओंकार सिंह लाखावत के नाम वापस न लेने से अब मामला रोचक हो गया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि भाजपा के पास खोने के लिए कुछ नहीं है।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनावों के लिए ओपन वोटिंग होने के कारण क्राॅस वोटिंग की संभावना कम है लेकिन वर्तमान में कांग्रेस में नजर आ रहे असंतोष को देखते हुए लखावत को भाजपा ने मैदान में रोके रखने का फैसला लिया है।
राज्यसभा चुनावों को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने विधायकों की बाड़ेबंदी में जुट गई है। बीती शाम मुख्यमंत्री निवास पर राज्यसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बैठक ली।