इस साल के आखिरी दिन रजनीकांत सार्वजनिक करेंगे अपना "राजनीतिक रुख"
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 26, 2017 02:14 PM2017-12-26T14:14:02+5:302017-12-26T14:30:51+5:30
रजनीकांत ने कहा कि वो राजनीति में नए नहीं है लेकिन "अध्ययन और रणनीति के लिए" समय चाहिए।
फिल्म सुपरस्टार रजनीकांत ने मंगलवार (25 दिसंबर) को अपने प्रशंसकों से कहा कि वो 31 दिसंबर को अपना राजनीतिक रुख साफ करेंगे। रजनीकांत ने कहा कि वो राजनीति में शामिल होने की बात नहीं कर रहे बल्कि अपना "राजनीतिक रुख" सार्वजनिक करने की बात कर रहे हैं। रजनी ने कहा कि वो राजनीति में नए नहीं है लेकिन "अध्ययन और रणनीति के लिए" समय चाहिए। रजनीकांत ने कहा, "जब युद्ध का मौका आएगा तो हम देखेंगे और युद्ध कुछ और नहीं चुनाव है।" रजनीकांत ने कहा, "हमें युद्ध जीतना पड़ता है। युद्ध जीतने के लिए केवल बहादुरी काफी नहीं। इसके लिए रणनीति की जरूरत होती है।"
रजनीकांत ने कहा कि आम जनता से ज्यादा मीडिया उनका राजनीतिक रुख जानने में रुचि रखती है। रजनीकांत ने अपने प्रशंसकों को सोशल मीडिया पर फैलायी जा रही नकारात्मक खबरों से बचने की सलाह दी। रजनीतकांत ने कहा, "आप लोग सकारात्मक विचारों पर ध्यान दें।" रजनीकांत 26 दिसंबर से 31 दिसंबर तक अपने प्रशंसकों से मिलेंगे।
रजनीकांत ने इस साल मई में भी अपनो प्रशंसकों से मिलने का कार्यकर्म किया था। रजनीकांत ने फैंस के साथ मिलने का ये कार्यक्रम काफी सालों में बाद आयोजित किया था। उस समय रजनीकांत ने कहा कि अगर ईश्वर चाहेगा तो वो राजनीति में आएंगे। रजनीकांत ने 1996 तमिलनाडु विधान सभा चुनाव में जयललिता के खिलाफ बयान देने को अपनी भूल बताया था। उस समय रजनी ने कहा था कि "अगर जयललिता दोबारा सत्ता में आईं तो तमिलनाडु का भगवान मालिक होगा।" माना जाता है कि 1996 के विधान सभा चुनाव में करुणानिधि की डीएमके की जीत में रजनीकांत के बयान की भी भूमिका रही थी।
रजनीकांत के राजनीति में आने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए फिल्म स्टार कमल हासन भी उनका साथ देने का इरादा जता चुके हैं। पिछले कुछ सालों में रजनीकांत पीएम नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं से मिल चुके हैं। उनकी हर मुलाकात के बाद राजनीतिक कयासबाजी शुरू हो जाती है। रजनीकांत ये संकेत दे चुके हैं कि वो नई राजनीतिक पार्टी भी गठित कर सकते हैं।