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राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा- देश में लोकतंत्र को लेकर एक चिंताजनक माहौल है, देखें वीडियो

By अनुराग आनंद | Updated: July 27, 2020 07:24 IST

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने साफ शब्दों में कहा कि हुकूमत आज राज्यों में चुनी हुई सरकार को गिराना छोड़ दें, तभी जाकर लोकतंत्र मजबूत होगा।

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ठळक मुद्देइससे पहले अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक में कहा था कि जरूरत पड़ने पर हम राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रपति भवन जाएंगे।अशोक गहलोत ने कहा कि यदि आवश्यक हो, तो हम पीएम के निवास के बाहर भी विरोध प्रदर्शन करेंगे।सीएम अशोक गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी व भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि जो गलती करेगा, उसे कीमत चुकानी होगी।

नई दिल्ली:राजस्थान में सियासी घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस बीच अशोक गहलोत ने ट्वीट कर भाजपा व पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। अशोक गहलोत ने अपने इस वीडियो संदेश में कहा कि देश में लोकतंत्र का माहौल बेहद चिंताजनक है। 

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज पूरा मुल्क चिंतित है क्योंकि डेमोक्रेसी खतरे में है। यही वजह है कि #SpeakUpForDemocracy प्रोग्राम जो चलाया गया इसके मायने हैं, इसका अपना सन्देश है, उसको एक तरफ आम जनता को भी समझना पड़ेगा और दूसरी तरफ जो हुकूमत में हैं उनको भी समझना पड़ेगा।आज जिस प्रकार का माहौल देश के अंदर है वो चिंताजनक है।

अशोक गहलोत ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि जो गलती करेगा, उसे कीमत चुकानी ही होगी। उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकारों को गिराने का इरादा छोड़ें, तब जाकर लोकतंत्र मजबूत होगा। नहीं तो आने वाला इतिहास किसी को माफ नहीं करेगा।

गहलोत ने कहा- मुझे उम्मीद है राज्यपाल दबाव में नहीं आएंगे-

गहलोत ने कहा कि अगर राज्यपाल के कुछ सवाल हैं तो वह सचिवालय स्तर पर समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कहा, 'हमेशा विपक्ष मांग करता है कि विधानसभा का सत्र बुलाया जाए। यहां सत्ता पक्ष कह रहा है कि विधानसभा का सत्र बुलाया जाए जहां दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। 

वहीं, विपक्ष कह रहा है कि हम ऐसी मांग ही नहीं कर रहे। यह क्या पहेली है। मुझे उम्मीद है कि कलराज मिश्र जिनका अपना एक व्यक्तित्व है और जिनका दिल्ली में भी पक्ष-विपक्ष सम्मान करता रहा है, वह दबाव में नहीं आएंगे क्योंकि उन्होंने संवैधानिक पद की शपथ ली है।'

राजस्थान में बहुमत का जादुई आंकड़ा-

साल 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस द्वारा अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद से ही सचिन पायलट नाराज चल रहे थे। राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास 107 और बीजेपी के पास 72 विधायक हैं।

यदि 19 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिया जाता है तो राज्य विधानसभा की मौजूदा प्रभावी संख्या घटकर 181 हो जाएगी, जिससे बहुमत का जादुई आंकड़ा 91 पर पहुंच जाएगा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए बहुमत कायम रखना आसान होगा। 

टॅग्स :राजस्थानअशोक गहलोतकांग्रेसनरेंद्र मोदीभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
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