नई दिल्ली, 21 मार्च: कल से मीडिया में राज बब्बर को लेकर ये खबर चल रही है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन अब राज बब्बर ने खुद इन सारी अफवाहों पर विराम लगा दिया है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा- 'मुझे नहीं पता ये अफवाह कहां से चल रही है। किसी भी मामले में हम कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता हैं। पद तो बस प्रतीक होते हैं।'
अभी हाल ही में इंदिरा गांधी स्टेडियम में कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन संपन्न हुआ है। जिसमें देश भर के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया था। महाधिवेशन खत्म होने के दो दिन बाद ही गोवा के कांग्रेस अध्यक्ष ने शांताराम नाइक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। शांताराम ने ये कहते हुए इस्तीफा दिया कि वो राहुल गांधी के भाषण से प्रभावित होकर ऐसा कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि पार्टी में युवाओं को मौका मिलना चाहिए।
उसके बाद गुजरात के कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने भी पार्टी को अपना इस्तीफा सौंपा दिया। भरत सिंह सोलंकी ने अपने इस्तीफे में दिसंबर में हुए गुजरात विधानसभा में मिली हार को वजह बताया है। लेकिन कहा जा रहा था कि राज्यसभा में टिकट नहीं मिलने की वजह से वो नाराज थे। भरत सोलंकी ने बाद में इस्तीफे की बात को गलत ठहराया था।
पहले गोवा, फिर गुजरात और अब उत्तर प्रदेश के अध्यक्षों का इस्तीफा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कयास लगाया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी का पुर्नगठन करना चाहते हैं, जिसकी वजह से सीनियर नेताओं से इस्तीफा लिया जा रहा है। ऐसे में राज बब्बर के इस्तीफे की खबर आना और अब उनके इनकार से पार्टी में अंदरूनी कलह की प्रदर्शित कर रहा है।