नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा तनाव के बीच आज (4 जुलाई) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा नेता राहुल गांधी ने लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर सरकार से कार्रवाई करने की मांग की है। राहुल गांधी का ये ट्वीट ऐसे वक्त आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 जुलाई को लेह के दौरे पर गए थे। राहुल गांधी कहा, देशभक्त लद्दाखी चीनी घुसपैठ के खिलाफ अवाज उठा रहे हैं, भारत के लिए प्लीज इनकी बात सुनिए। भारत चीन की सेनाओं के बीच लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में चल रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (3 जुलाई) को लेह को दौरा किया और पड़ोसी मुल्क के साथ सीमा गतिरोध के मामले को लेकर भारत की दृढ़ता के संकेत दिए थे।
राहुल गांधी ने शनिवार को किए ट्वीट में लिखा, ''देशभक्त लद्दाखी चीनी घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। वे चिल्ला चिल्ला कर आगाह कर रहे हैं। उनकी चेतावनी को नजरअंदाज करना भारत को महंगा पड़ेगा। भारत की खातिर, कृपया उन्हें सुनें।''
राहुल गांधी ने अपने इस ट्वीट के साथ एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें कुछ लोग (जो लद्दाखी होने का दावा) चीनी घुसपैठ की बात कह रहे हैं। वीडियो में चीनी घुसपैठ और उनकी गतिविधियों से जुड़ी कुछ तस्वीरों को भी प्रमाण के तौर पर दिखाया गया है।
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन के कथित अतिक्रमण को लेकर राहुल गांधी ने शुक्रवार (3 जुलाई) को भी कहा था कि लद्दाखी कह रहे हैं चीन ने हमारी जमीन ले ली। प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि किसी ने हमारी जमीन नहीं मिली। साफतौर पर कोई तो झूठ बोल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख-लेह दौरे के दौरान चीन को दिया कड़ा संदेश, घायल जवानों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11,000 फुट की ऊंचाई पर लद्दाख के निमू पोस्ट पहुंचकर 3 जुलाई को भारतीय सेना के जवानों का मनोबल बढ़ाया। लद्दाख के कई क्षेत्रों में पिछले सात सप्ताह से भारतीय और चीनी सेना के बीच सीमा को लेकर चल रहे गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार (3 जुलाई) को लेह के निमू का औचक दौरा किया।
पीएम मोदी के इस दौरे को लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के आक्रामक रुख के खिलाफ एक सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है। लेह दौरे के दौरान जवानों को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी भारत और चीन के सैनिकों के बीच गलवान घाटी में पिछले दिनों हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
निमू वो जगह है जो जंस्कार की पहाड़ियों से घिरी हुई है और सिन्धु नदी के तट पर स्थित है। प्रधानमंत्री मोदी ने लेह में भारतीय सेना के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात और बाद में थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्हें संबोधित किया।