कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन से खुद को अलग रखे जाने पर फिलहाल विस्तृत रूप से अपना रुख स्पष्ट तो नहीं कर रही है लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुबई में इस पर संकेत देते हुए साफ कर दिया है कि कांग्रेस यूपी में अकेले ही लड़ेगी।
राहुल ने सीधे तौर पर कोई टिप्पणी तो नहीं की है, लेकिन इशारों में कहा कि कांग्रेस के पास उत्तर प्रदेश के लोगों को देने के लिए बहुत कुछ है। राहुल ने कहा, मैं समाजवादी पार्टी और बीएसपी के नेताओं का बेहद सम्मान करता हूं, वे जो भी करना चाहते हैं, उसका उन्हें अधिकार है। सपा-बसपा गठबंधन पर राहुल ने कहा- उन्होंने जो फैसला किया है वो राजनीतिक फैसला है।
राहुल ने कहा अब ये हमारे उपर है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को हम कितना मजबूत कर पाते हैं। हम यूपी में अपनी पूरी क्षंमता के साथ लड़ेंगे और लोगों को सरप्राइज देंगे।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि पार्टी राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में अब अकेले चुनाव लड़ सकती है। इस बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पार्टी तत्काल प्रतिक्रिया नहीं देगी और रविवार को लखनऊ में विस्तृत प्रतिक्रिया दी जाएगी।
लोकसभा के आगामी चुनाव में उप्र में 38-38 सीटों पर लड़ेंगे सपा-बसपा
बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 38-38 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ेंगे । गठबंधन करने के बाद इन दलों ने दो सीटें छोटी पार्टियों के लिए छोड़ दीं जबकि अमेठी और रायबरेली सीट पर प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया है।