'महीनों से सिंधिया राहुल गांधी से मिलना चाहते थे, लेकिन वक्त नहीं दिया गया', ज्योतिरादित्य के चचेरे भाई ने दिया बयान
By पल्लवी कुमारी | Published: March 11, 2020 08:58 AM2020-03-11T08:58:59+5:302020-03-11T08:58:59+5:30
Madhya Pradesh Political Crisis: कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कुल 92 विधायक पहुंचे, जिनमें 4 निर्दलीय है। कांग्रेस के कुल 114 विधायक थे, जिनमें से 22 ने खुले तौर पर अपने इस्तीफे दे दिए हैं, जबकि अब चार और विधायक गायब रहे।
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ से नाराज चल रहे ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने मंगलवार (10 मार्च) को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफा दे दिया है। आज ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने इस्तीफे पत्र में कांग्रेस पर नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। इसी बीच में ज्योतिरादित्य के चचेरे भाई और शाही परिवार के नेता प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने दावा किया है कि सिंधिया कई महीनों से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उनको वक्त नहीं दिया जा रहा था।
न्यूज वेबसाइट एनडीटीवी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक त्रिपुरा कांग्रेस प्रमुख रहे प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने कहा है, ''मुझे पता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया महीनों से राहुल गांधी से मिलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हे कोई अप्वाइंटमेंट नहीं मिल रहा था। अगर वह (राहुल गांधी) हमें नहीं सुनना चाहते थे, तो उन्होंने हमें पार्टी में क्यों लाया?'' प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने कुछ महीने पहले ही कांग्रेस पार्टी से दूरी बना ली है।
प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने 10 मार्च को अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है, "मैंने देर रात ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात की और उन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने इंतजार और बहुत इंतजार किया लेकिन उनके (राहुल गांधी) द्वारा कोई भी मिलने का वक्त नहीं दिया गया। जब मैंने त्रिपुरा में कांग्रेस के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया था, तो मैंने कहा था जब से राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ा है पार्टी में युवा गार्ड 'अनाथ' महसूस करते हैं। हमें बस एक पाले में छोड़ दिया गया है। अचानक हमारे विचारों को दरकिनार कर दिया गया।''
ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने अपने इस्तीफे पत्र में सोनिया गांधी पर लगाए आरोप
कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिए अपने इस्तीफे पत्र में ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने सबकुछ जानकर भी फैसला ना लेने का आरोप लगाया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा है- ''मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं और जैसा कि आपको अच्छी तरह पता है कि पिछले एक साल से यह मार्ग प्रशस्त किया गया है। आज भी मैं अपने राज्य और देश के लोगों की रक्षा करने के अपने लक्ष्य और उद्देश्य पर अडिग हूं।''
जवाब में कांग्रेस ने भी ज्योतिरादित्य को पार्टी से बेदखल कर दिया है। कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल ने कहा है, कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से निष्कासित करने को मंजूरी दे दी है।
मध्य प्रदेश: सीएम कमलनाथ का दावा- हमारे पास है बहुमत
मध्य प्रदेश में जारी सिसासी उठापठक के बीच सीएम कमलनाथ ने दावा किया है कि उनके पास बहुमत है। सीएम कमलनाथ ने कहा कि चिंता की बात नहीं है, हमारे पास बहुमत है। उन्होंने कहा है कि विधायकों को कैद किया गया है। मध्य प्रदेश के युवा नेता ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने बीते दिन कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। सिंधिया बीजेपी में आज औपचारिक रूप से शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कुल 92 विधायक पहुंचे, जिनमें 4 निर्दलीय है। कांग्रेस के कुल 114 विधायक थे, जिनमें से 22 ने खुले तौर पर अपने इस्तीफे दे दिए हैं, जबकि अब चार और विधायक गायब रहे।