Coronavirus: कपिल सिब्बल ने कहा- मोदी का SAARC देशों के साथ बैठक करना एक अच्छा कदम, सभी मुख्यमंत्रियों से भी करनी चाहिए मीटिंग
By रामदीप मिश्रा | Published: March 16, 2020 03:32 PM2020-03-16T15:32:14+5:302020-03-16T15:32:14+5:30
Coronavirus: सेंसेक्स में गिरावट के बारे में पूछे जाने पर सिब्बल ने पर्याप्त कदम नहीं उठाने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इसके पीछे विभिन्न कारक हैं, जिसमें से एक कोरोना वायरस भी है।
कोरोना वायरस को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) देशों के साथ बैठक करना एक अच्छा कदम था, लेकिन उन्हें भारत भर के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ भी बैठक करनी चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा, 'मुझे बहुत खुशी है कि प्रधानमंत्री ने सार्क देशों के साथ बैठक की, यह एक अच्छा कदम है। लेकिन, उन्हें तुरंत भारत में सभी स्वास्थ्य मंत्रियों, मुख्यमंत्री के साथ एक बैठक करनी चाहिए और कोरोना वायरस के मामलों की संख्या जहां भी बढ़ रही है, उन पर आम सहमति बनानी चाहिए। इसके लिए तत्काल उपाय करने होंगे।'
सेंसेक्स में गिरावट के बारे में पूछे जाने पर सिब्बल ने पर्याप्त कदम नहीं उठाने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इसके पीछे विभिन्न कारक हैं, जिसमें से एक कोरोना वायरस भी है। कमोबेश एक वैश्विक शटडाउन है। चीन में वुहान से कोरोना वायरस फैला है। चीन दुनिया के बाकी हिस्सों में कई सारी वस्तुओं की आपूर्ति करता है। इसलिए वैश्विक स्तर पर सेंसेक्स की लुढ़का है, जोकि अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है।
उन्होंने कहा कि हम उस वैश्विक अर्थव्यवस्था का हिस्सा हैं जो हमें प्रभावित करती है। हमारी विकास दर और अर्थव्यवस्था जर्जर है। वित्त मंत्री को यह नहीं पता है कि एसबीआई के अध्यक्ष को डांटने के अलावा क्या करना चाहिए। वह वास्तव में नहीं जानती हैं कि स्थिति को कैसे हल किया जाए।
सिब्बल ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 'वास्तविक मुद्दों' पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रही है। बीजेपी ट्रम्प के साथ व्यस्त है और देखिए दिल्ली में क्या हो रहा है। यह सब एजेंडा चल रहा है। ऐसी स्थिति में कैसे अर्थव्यवस्था पुनर्जीवित होगी? बीजेपी को इस तरह के मुद्दे से हटकर वास्तविक मुद्दों के बारे में बात करना शुरू करना चाहिए।