लोकसभा चुनावः पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, खोखली दोस्ती करने वालों का सच आप अच्छी तरह जानते हैं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 20, 2019 08:49 PM2019-04-20T20:49:13+5:302019-04-20T20:49:13+5:30
एक दोस्ती (सपा—कांग्रेस गठबंधन) तब हुई थी, जब यूपी विधानसभा चुनाव चल रहे थे, चुनाव खत्म हुआ तो दोस्ती खत्म होकर दुश्मनी में बदल गयी। एक और दोस्ती (सपा—बसपा गठबंधन) हुई है, उसके टूटने की तारीख भी तय है। यह फर्जी दोस्ती 23 मई (लोकसभा चुनाव परिणाम का दिन) को टूट जाएगी।''
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सपा—बसपा गठबंधन पर करारा हमला करते हुए कहा कि जनता खोखली दोस्ती करने वालों का सच जानती है और इन दोनों की दोस्ती टूटने की तारीख 23 मई तय हो चुकी है।
मोदी ने 'हिन्दू आतंकवाद' का मुद्दा फिर उठाते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के शासनकाल में आतंकवादी हमले होते थे तो आतंकवादियों के खिलाफ नहीं बल्कि हिन्दुओं के खिलाफ कार्रवाई होती थी। मोदी ने एटा और बरेली में आयोजित चुनावी रैलियों में वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा में हुए सपा—कांग्रेस गठबंधन का जिक्र करते हुए सपा—बसपा गठजोड़ पर प्रहार किया और कहा ''खोखली दोस्ती करने वालों का सच आप अच्छी तरह जानते हैं।
चुनाव खत्म हुआ तो दोस्ती खत्म होकर दुश्मनी में बदल गई
एक दोस्ती (सपा—कांग्रेस गठबंधन) तब हुई थी, जब यूपी विधानसभा चुनाव चल रहे थे, चुनाव खत्म हुआ तो दोस्ती खत्म होकर दुश्मनी में बदल गयी। एक और दोस्ती (सपा—बसपा गठबंधन) हुई है, उसके टूटने की तारीख भी तय है। यह फर्जी दोस्ती 23 मई (लोकसभा चुनाव परिणाम का दिन) को टूट जाएगी।''
उन्होंने कहा ''उस दिन बुआ और बबुआ अपनी दुश्मनी का पार्ट टू शुरू कर देंगे। एक दूसरे को तबाह करने की धमकियां देने लगेंगे।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि सपा—बसपा सोचते थे कि जो उनका वोट बैंक है, वह उनकी सुविधा के हिसाब से यहां—वहां ट्रांसफर हो जाएगा, वह पहले दो चरणों के मतदान में साबित हो चुका है कि उनके सारे खेल खत्म हो चुके हैं।
उन्हें लगता था कि वोटरों के वे ठेकेदार हैं, लेकिन वोटरों ने उनकी तैयारी को खूंटी पर टांग दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा—बसपा के नेताओं ने गरीबों के नाम पर राजनीति करके सिर्फ और सिर्फ अपना बैंक बैलेंस बढ़ाया है।
सपा—बसपा के सिर्फ झंडे अलग रहे हैं, लेकिन नीयत एक जैसी ही
सपा—बसपा के सिर्फ झंडे अलग रहे हैं, लेकिन नीयत एक जैसी ही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी को जात—पात में तोड़कर अपनी राजनीति चमकाने वाले यह भूल गये कि जब बात देश की सुरक्षा और विकास की आती है तो उत्तर प्रदेश ऐसी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देता है।
एक जमाना था, जब जनता ने इंदिरा जी समेत सबको घर भेज दिया था। दोबारा वही माहौल बना है, ये महामिलावटी सब घर बैठेंगे।
कांग्रेस सरकार के शासनकाल में आतंकवादी हमले होते थे
मोदी ने 'हिन्दू आतंकवाद' का मुद्दा फिर उठाते हुए गम्भीर आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस सरकार के शासनकाल में आतंकवादी हमले होते थे तो आतंकवादियों के खिलाफ नहीं बल्कि हिन्दुओं के खिलाफ कार्रवाई होती थी। जबकि पूरी दुनिया में हमारी संस्कृति पर कभी उंगली नहीं उठी।
मगर, नामदारों ने हिन्दू आतंकवाद का नाम दे दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मोदी को इसलिए गालियां मिल रहीं हैं क्योंकि वह तुष्टीकरण की राजनीति के आगे घुटने टेकने वाला नहीं है। राष्ट्रद्रोह का कानून हटाने की बात करने वालों, भारत को गालियां देने वालों को खुली छूट नहीं दी जाएगी।
ऐसे लोगों को देश माफ़ नहीं करेगा। मोदी ने दावा किया कि पिछले दो चरणों में लोकसभा चुनाव का नतीजा तय हो चुका है। विपक्षियों की नींद उड़ चुकी है। उन्होंने मान लिया है कि जनता उनके साथ नहीं है। दो चरणों में हुए चुनाव के बाद सारे विरोधी हार का कारण ढूंढने में लगे हैं।
अखिलेश ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की सूची केन्द्र को नहीं भेजी
मोदी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में अखिलेश ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की सूची केन्द्र को नहीं भेजी, क्योंकि वह तो खुद अपना बंगला सजाने में लगे थे।
हां, सुना है कि उन्होंने टोटियां भी बड़ी शानदार लगवायी थीं। यूपी के ईमानदार करदाताओं की कमाई से चुन—चुनकर अपनी पसंदीदा टोटियां खरीदी गयी थीं। प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्या देश को आतंकवाद से मुक्ति मिलनी चाहिये।
आतंकवाद खत्म होना चाहिये, आतंकवाद पूरी तरह नष्ट होना चाहिये। चुन—चुनकर साफ होना चाहिये। यह काम कौन करेगा? यह सपा वाले कर सकते हैं क्या, बसपा वाले कर सकते हैं क्या। दोनों मिलकर भी क्या आतंकवाद को जवाब दे सकते हैं। तो कौन करेगा? ये काम सिर्फ मोदी नहीं करेगा, आपका एक—एक वोट करेगा। हम सभी चौकीदार मिलकर ये करके रहेंगे।