अब बिहार की सभी 243 सीटों पर PM मोदी की वर्चुअल रैली, नीतीश कुमार की जेडीयू में बैचेनी
By हरीश गुप्ता | Published: June 12, 2020 07:12 AM2020-06-12T07:12:34+5:302020-06-12T07:12:34+5:30
पूरा देश जबकि कोविड-19 से जंग में जुटा हुआ है, भाजपा के एकाएक बिहार के लिए वर्चुअल रैलियां शुरु करने पर कई सवाल उठे हैं.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की वर्चुअल 'बिहार जनसंवाद' रैलियों को मिले जबर्दस्त समर्थन से उत्साहित भाजपा अब बिहार की सभी 243 सीटों पर मोदी की वर्चुअल रैली की तैयारियां कर रही है. भाजपा के इस कदम से जदयू के खेमे में बैचेनी है, क्योंकि भाजपा पहले ही ऐलान कर चुकी है कि बिहार विधानसभा का नवंबर में होने वाला चुनाव वह जदयू प्रमुख व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगी.
अंदर की बात इस बीच भाजपा द्वारा पिछले एक पखवाड़े के दौरान कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई है कि उसे इस मौके को गंवाना नहीं चाहिए. माना जा रहा है कि भाजपा इस बार जूनियर पार्टनर बनने की बजाय सीटों के बंटवारे में सीधे 50 फीसदी हिस्से की मांग कर सकती है. 7 जून को शाह ने रैली की और अब प्रधानमंत्री मोदी बड़े पैमाने पर वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे. इसके बाद भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा की बारी आएगी जो राज्य इकाई के पदाधिकारियों से चर्चा के बाद ब्लॉक स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर सकते हैं.
मोदी की रैली अगले सप्ताह
पीएम मोदी की यह विशाल वर्चुअल रैली अगले सप्ताह होने की संभावना है. विधानसभा क्षेत्रों के 72 हजार से ज्यादा पोलिंग बूथ्स पर चल रही भाजपा की तैयारियां तो इसी ओर इशारा कर रही हैं. प्रवासी मजदूरों की बड़ी संख्या में घर वापसी के परिदृश्य में प्रधानमंत्री की रैली पर सबकी निगाहें होंगी. प्रवासी मजदूर अपनी घर वापसी के विरोध के कारण नीतीश कुमार से बेहद नाराज बताए जाते हैं. नीतीश सरकार की ओर से हर एक को 1500 के अनुदान के बावजूद भाजपा के इंटर्नल सर्वे के मुताबिक प्रवासी मजदूरों की नाराजगी कायम है.
पल्ला झाड़ सकती है भाजपा
ऐसा नहीं है कि प्रवासी मजदूरों के मामले में केंद्र सरकार को आलोचना का सामना न करना पड़ा हो. लेकिन भाजपा सारा ठीकरा नीतीश के सिर फोड़कर पल्ला झाड़ सकती है. ऐसे में मोदी की वर्चुअल रैली बिहार में चुनाव की दिशा तय कर सकती है. कोविड-19 के कहर के चरम पर पहुंचने की आशंका के बीच कई लोगों को बिहार में चुनाव को लेकर संदेह है. भाजपा का इरादा 72400 पोलिंग बूथ्स पर प्रति बूथ 50 लोगों की नियुक्ति करना है. पोलिंग बूथ्स को 1099 मंडलों में बांटा गया है.