परमबीर के पत्र, वाझे मामले से धूमिल हुई राज्य सरकार की छवि, संजय राउत बोले-हमको नए रास्तों की तलाश है...
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 21, 2021 08:46 PM2021-03-21T20:46:43+5:302021-03-21T20:49:16+5:30
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह के आरोप गंभीर हैं.
मुंबईः शिवसेना नेता संजय राउत ने स्वीकार किया कि मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों और सचिन वाझे प्रकरण के कारण राज्य की महा विकास आघाडी सरकार की छवि को नुकसान हुआ है.
उन्होंने रविवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए अपने सहयोगी दलों को आत्मचिंतन करने की नसीहत दे डाली. राउत ने कहा कि कांग्रेस-राकांपा को विचार करना चाहिए कि उनके पैर जमीन पर हैं या नहीं. क्योंकि 'कुछ ठीक किए जाने की जरूरत है' और सत्ताधारी सहयोगी दलों को आपस में बैठकर चर्चा करनी चाहिए कि यह दाग कैसे धुलेंगे.
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन किसी भी सरकार की रीढ़ ही हड्डी होती है, जो गर्व और आत्मसम्मान का प्रतीक है तथा सरकार को हमेशा इसे मजबूत रखना चाहिए. राऊत का बयान ऐसे समय आया है जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को शनिवार को लिखे पत्र में परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि गृह मंत्री देशमुख, पुलिस अधिकारियों को बार और होटल से प्रतिमाह 100 करोड़ रुपए वसूली के लिए कहते थे. हालांकि राज्य के गृहमंत्री देशमुख ने इन आरोपों का खंडन किया है.
राउत ने कहा, ''सरकार या मंत्रियों पर लगे इस तरह के आरोप दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाले हैं. (सिंह के पत्र में) जो कुछ भी लिखा है वह सनसनी पैदा करने वाला है. पत्र की विषय वस्तु की सच्चाई की जांच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और (राकांपा अध्यक्ष) शरद पवार करेंगे.
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— Sanjay Raut (@rautsanjay61) March 21, 2021
महा विकास आघाड़ी सरकार ने डेढ़ साल पूरा कर लिया है और सभी सहयोगी दलों को आत्मचिंतन करना चाहिए कि उनके पैर जमीन पर हैं या नहीं.'' राज ने मांगा देशमुख का इस्तीफा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने परमबीर प्रकारण में गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की, ताकि पूरे मामले कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जा सके. उन्होंने द्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास मिले विस्फोटकों से भरे वाहन के पीछे की सच्चाई का पता लगाने के लिए केंद्र से हस्तक्षेप करने के लिए कहा.
राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार इस मामले में कई बुनियादी तथ्यों के बारे में बताने में असमर्थ रही है. सुशांत सिंह केस जैसा न हो हाल राज ठाकरे ने कहा कि मूल मुद्दा भूलना नहीं चाहिए, वरना यह मामला भी ऐसा ही हो जाएगा जैसा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला. क्योंकि पुलिस का विस्फोटकों को रखना या ऐसा करने के लिए कहा जाना छोटी बात नहीं है.
कांग्रेस अपना रुख स्पष्ट करे: निरुपम कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने अपनी ही पार्टी को घरते हुए कहा कि कांग्रेस को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए. क्योंकि परमबीर सिंह जो कह रहे हैं, अगर उसमें सच्चाई है, तो शरद पवार से सवाल पूछा जाना चाहिए क्योंकि वर्तमान महाराष्ट्र सरकार को उन्हीं ने बनाया है. क्या यह तीसरा मोर्चा अंतत: यही सब करेगा?