MP सियासी घमासानः कमलनाथ बीजेपी पर बरसे, कहा- दिग्विजय सिंह को बलपूर्वक हिरासत में लेना तानाशाही व हिटलर शाही है
By रामदीप मिश्रा | Published: March 18, 2020 11:40 AM2020-03-18T11:40:47+5:302020-03-18T11:40:47+5:30
MP Political Crisis: कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए उसके प्रतिष्ठित युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी छोड़ दी और इसके बाद मध्य प्रदेश से पार्टी के 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ 15 महीने पुरानी कमलनाथ सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है।
बेंगलुरु में कांग्रेस के बागी विधायकों से मिलने गए दिग्विजय सिंह सहित पार्टी के कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इसको लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर करारा वार किया है। साथ ही साथ बेंगलुरु में हुए नाटकीय घटनाक्रम को तानाशाही व हिटलर शाही करार दिया है।
सीएम कमलनाथ ने फेसबुक पर लिखा, 'बेंगलुरु में बीजेपी द्वारा बंधक बनाए गए कांग्रेस विधायकों से मिलने गए कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों को मिलने से रोकना, उनसे अभद्र व्यवहार करना, उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से तानाशाही व हिटलर शाही है।'
उन्होंने आगे कहा, 'पूरा देश आज देख रहा है कि एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिए किस प्रकार से भाजपा द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है। क्यों विधायकों से मिलने नहीं दिया जा रहा है, आखिर किस बात का डर बीजेपी को है? भाजपा द्वारा एक गंदा खेल प्रदेश में खेला जा रहा है।'
सीएम कमलनाथ ने कहा, 'लोकतांत्रिक मूल्यों, संवैधानिक मूल्यों व अधिकारों का दमन किया जा रहा है। हमारे हिरासत में लिए गए नेताओं को शीघ्र रिहा किया जावे और बंधक विधायकों से मिलने की इजाजत दी जाए।'
इधर, पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर विधायकों को बंधक बनाने का आरोप लगाया और कहा कि वह ‘‘भूख हड़ताल’’ करेंगे। बीजेपी विधायक अरविंद भदौरिया और एक सांसद ने उन्हें बंधक बना रखा है। मैं अपने विधायकों, अपने मतदाताओं (राज्यसभा चुनाव के लिए), अपनी ही पार्टी के लोगों से क्यों नहीं मिल सकता? भाजपा इसमें क्या कर रही है?
सिंह ने आरोप लगाया कि रिजॉर्ट के भीतर कांग्रेस विधायक उनसे मिलना चाहते हैं लेकिन उन्हें ऐसा करने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस द्वारा मनाने की कोशिश करने पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'अपने कांग्रेस विधायकों से मिलना मेरा अधिकार है। मैं भाजपा विधायकों से नहीं मिलना चाहता। मैं कांग्रेस विधायकों से मिलना चाहता हूं। लोगों ने उन्हें कांग्रेस विधायक के तौर पर वोट दिया था न कि बीजेपी विधायकों के तौर पर।'
कांग्रेस के 22 बागी विधायकों ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन किया और दावा किया कि पार्टी के 20 और विधायक उनके साथ आना चाहते हैं और वे आने वाले दिनों में बीजेपी में आने पर विचार कर रहे हैं। कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए उसके प्रतिष्ठित युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी छोड़ दी और इसके बाद मध्य प्रदेश से पार्टी के 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। इसके साथ 15 महीने पुरानी कमलनाथ सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है। सिंधिया 11 मार्च को बीजेपी में शामिल हो गए थे।