मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), भारतीय जनता पर्टी (बीजेपी) और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के गठबंधन और हिल स्टेट पिपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी) के समर्थन से सरकार बनाने जा रही है। शनिवार, 3 मार्च को आए मेघालय विधानसभा चुनाव परिणाम में एनपीपी 19, बीजेपी 2, यूडीपी 6 और एचएसपीडीपी ने 2 सीटें जीती थीं। जबकि बीजेपी नेता हिमंता विस्वा शर्मा का दावा है कि 4 सीटें जीतने वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) और एक निर्दलीय विधायक भी है। इस तरह से इस गठबंधन के पास कुल 34 सीटें हैं।
इससे पहले कांग्रेस ने राज्यपाल गंगा प्रसाद से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। लेकिन कांग्रेस ने अपने पत्ते नहीं खोले थे। वरिष्ठ नेता कमलनाथ और अहमद पटेल का कहना था कि वे फ्लोर पर बहुमत साबित करेंगे। दबे सुर एनपीपी के कांग्रेस के साथ आने की संभावना जताई जा रही थी।
लेकिन बीजेपी नेता किरण रिजूजू व कुछ अन्य नेताओं के साथ हुई एनपीपी की बैठक के बाद वे बीजेपी के समर्थन वाली सरकार बनाने को राजी हो गए। इसके बाद बीजेपी, यूडीपी, एचएसपीडीपी के नेताओं ने राज्यपाल के पास पहुंच कर सरकार बनाने का दावा ठोंका। सभी पार्टियों ने मिलकर नेशनल पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष कॉनराड संगमा को विधायक दल का नेता चुनने पर राजी हुए। यानी कि मेघालय के अगले सीएम कॉनराड संगमा होंगे।
इस पर कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि यह जिसकी भैंस उसकी लाठी जैसा है। पहले भी मणिपुर में ऐसा हो चुका है। यह जनता के दिए गए फैसले के खिलाफ है। बीजेपी चालबाजी से जनता के मत का दुर्पोयोग कर रही है। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
बीजेपी नेता ने बताया राहुल गांधी की अपरिपक्वता
बीजेपी के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की यह परिपक्वता है कि उन्होंने अपने वरिष्ठ नेताओं को बिना किसी गणित के शिलांग भेज दिया।
किरण रिजूजू ने कहा कि यह अच्छा है कि दूसरी पार्टियां एक स्थाई सरकार बनाने के लिए साथ आ रही हैं। हम सब साथ मिलकर काम करेंगे।