महाराष्ट्र का असर अब संसद में भी दिखाई देगा। लोकसभा और राज्यसभा में शिवसेना के सांसद एनडीए से अलग बैठेगे। वह केंद्र सरकार से दूरी बना के रहेंगे।
संसद में शिवसेना सांसदों संजय राउत और अनिल देसाई की बैठने की व्यवस्था अब बदल गई है। शिवसेना अब विपक्ष में बैठेगी। संसद में शिवसेना के सांसद ने राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से अपील किए थे कि हम सरकार से अलग बैठना चाहते है। राज्यसभा में शिवसेना के 4 सांसद है। वहीं लोकसभा में इसके 18 सांसद हैं। अभी हाल ही में शिवसेना के मंत्री अरविंद सावंत ने पद से इस्तीफा दिया था। वह मोदी सरकार में मंत्री थे।
288 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं, जो सरकार बनाने के लिये बहुमत के आंकड़े को छू रही थीं। कांग्रेस और राकांपा ने क्रमश: 44 और 54 सीटें जीती थीं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मंगलवार को केंद्र को एक रिपोर्ट भेजकर मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य में स्थिर सरकार के गठन को असंभव बताया था, जिसके बाद से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है।