Madhya Pradesh crisis: कल मप्र विधानसभा में शक्ति परीक्षण पर मतदान, रविवार रात को भोपाल आएंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया
By भाषा | Published: March 15, 2020 02:05 PM2020-03-15T14:05:17+5:302020-03-15T14:05:17+5:30
मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र 16 मार्च, सोमवार से शुरू होने वाला है। राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को सोमवार को ही राज्यपाल के अभिभाषण के तुरंत बाद सदन में शक्ति परीक्षण पर मतदान कराने के निर्देश दिए हैं। भाजपा उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा चुनाव का नामांकन दाखिल करने के बाद सिंधिया 13 मार्च की शाम को ही भोपाल से दिल्ली गए थे।
भोपालःपूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के रविवार रात को भोपाल आने का कार्यक्रम है। सिंधिया के यहां आने के बाद उनके खेमे के बेंगलुरु में ठहरे कांग्रेस के बागी विधायकों के भोपाल आने की संभावना है।
मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र 16 मार्च, सोमवार से शुरू होने वाला है। राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को सोमवार को ही राज्यपाल के अभिभाषण के तुरंत बाद सदन में शक्ति परीक्षण पर मतदान कराने के निर्देश दिए हैं। भाजपा उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा चुनाव का नामांकन दाखिल करने के बाद सिंधिया 13 मार्च की शाम को ही भोपाल से दिल्ली गए थे।
सिंधिया के कट्टर समर्थक पंकज चतुर्वेदी ने रविवार को बताया कि सिंधिया का रविवार रात या सोमवार सुबह भोपाल आने का कार्यक्रम है, लेकिन उनके भोपाल आने के बाद के कार्यक्रम की जानकारी देने से चतुर्वेदी ने इंकार कर दिया। हालांकि सूत्रों ने बताया कि सिंधिया भोपाल आने के बाद अपने समर्थक विधायकों से मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस के बागी 22 विधायक विधानसभा की सदस्यता से अपना त्यागपत्र भेज चुके हैं। विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने इनमें से छह विधायकों के त्यागपत्र शनिवार शाम को स्वीकार कर लिए जबकि 16 विधायकों के त्यागपत्र पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है। इन विधायकों के रविवार रात या सोमवार सुबह बेंगलुरु से भोपाल पहुंचने की उम्मीद है। भाजपा सूत्रों ने बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम में ठहरे भाजपा के विधायकों के रविवार रात या सोमवार सुबह भोपाल लौटने की संभावना है।
इस बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस के जयपुर गए सभी विधायक रविवार सुबह को विशेष विमान से भोपाल लौट आए हैं। इन्हें विधानसभा से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित होटल कोर्टयार्ड मैरियट में कड़ी सुरक्षा में एक साथ रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि ‘‘कांग्रेस द्वारा उपेक्षा किये जाने से परेशान होकर’’ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और वह बुधवार को भाजपा में शामिल हो गये। उनके साथ ही मध्यप्रदेश के छह मंत्रियों सहित 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिनमें से अधिकांश सिंधिया के कट्टर समर्थक हैं। इन 22 विधायकों में से 19 बेंगलुरु में एक रिसॉर्ट में है, जबकि तीन विधायकों का अब तक कोई पता-ठिकाना नहीं है। इससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है।