भदोही में PM मोदी का विपक्ष पर करारा वार, गिनाए चार 4 तरह के राजनीतिक कल्चर
By रामदीप मिश्रा | Published: May 5, 2019 12:30 PM2019-05-05T12:30:31+5:302019-05-05T12:30:31+5:30
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में आपके दिए एक वोट ने भारत को उस ऊंचाई पर पहुंचाने में बहुत बड़ी मदद की है। भदोही की साख कालीन से है, यहां का हर कालीन व्यापारी साख का मतलब क्या होता है इसको भली भांति समझता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महागठबंधन और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि दो-तीन दिन पहले ही दुनिया की सबसे बड़ी संस्था ने भारत में सैंकड़ों लोगों की जान लेने वाले गुनहगार आतंकी मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया। ये भारत की बढ़ती ताकत का ही तो असर है। महामिलावटी कह रहे हैं कि देश में चुनाव था इसलिए मोदी ने मसूद अजहर पर बैन लगवा दिया। हर चीज को चुनाव के चश्में से देखने की वजह से ही आज कांग्रेस और उसके साथियों की ये हालत हो गई है। पीएम ने ये बात उत्तर प्रदेश के भदोही में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में आपके दिए एक वोट ने भारत को उस ऊंचाई पर पहुंचाने में बहुत बड़ी मदद की है। भदोही की साख कालीन से है, यहां का हर कालीन व्यापारी साख का मतलब क्या होता है इसको भली भांति समझता है। याद करिए हजारों करोड़ के घोटाले, भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े बड़े आंदोलन। सत्ता के गलियारों में केवल बिचौलियों और दलालों का ही राज चलता था। हर तरफ बेईमानी, भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद की चर्चा रहती थी। आपके इस चौकीदार ने सबकुछ बंद कर दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में आजादी के बाद 4 तरह के राजनीतिक कल्चर चले, जिनमें पहला नामपंथी, दूसरा वामपंथी, तीसरा दाम और दमनपंथी और चौथा है जो हम लाये हैं विकासपंथी। नामपंथी, जो सिर्फ अपने वंशवादी नेता का नाम जपे। वामपंथी, जो विदेशी विचारधारा को भारत पर थोपने की कोशिश करे। दाम-दमन पंथी, जो धन और बाहुबल की ताकत पर सत्ता पर कब्जा करे। हमारा कल्चर है विकास पंथी, जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ देश के लोगों का विकास ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है, जिसके लिए दल से भी बड़ा देश है।
उन्होंने कहा कि अगर मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता हूं तो मेरे गरीब भाईयों के हक के लिए लड़ता हूं। अगर मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता हूं तो मैं देश के ईमानदारों के लिए एक दीवार बनकर उनकी मदद के लिए लड़ता हूं। सपा -बसपा और कांग्रेस ने हमेशा लोगों को आपस में जात-पात और पंथ के नाम पर भिड़ाकर सिर्फ अपना और अपने परिवार का विकास किया है। इन पार्टियों के बड़े नेताओं की कुछ दशक पहले तक क्या हालत थी और आज वो कैसी आलिशान जिंदगी जी रहे हैं ये भी देखते रहिये।
उन्होंने कहा कि इन महामिलावटी लोगों ने सत्ता को हमेशा अपनी दौलत बढ़ाने का जरिया माना है, जबकि हमारे लिए सत्ता, देश के लोगों की सेवा का माध्यम रही है। जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये उत्तर प्रदेश को एंबुलेंस घोटाला, एनएचआरएम घोटाला और शहरों व इलाकों को ध्यान में रखकर बिजली की सप्लाई में भेदभाव करते हैं।