हरियाणा कांग्रेस की नई अध्यक्ष कुमारी शैलजा, हुड्डा को इलेक्शन कमिटी की जिम्मेदारी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 4, 2019 04:39 PM2019-09-04T16:39:54+5:302019-09-04T16:39:54+5:30
आखिरकार हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पद से अशोक तंवर की छुट्टी हो गई। इस बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कुमारी शैलजा को हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष बनाया है। इसके साथ ही हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इलेक्शन कमिटी की जिम्मेदारी सौंपी है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले कांग्रेस ने अपनी राज्य इकाई के नेताओं की अंतर्कलह को दूर करने का प्रयास करते हुए बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल का नेता नियुक्त किया।
सोनिया गांधी की करीबी मानी जाने वाली शैलजा ने अशोक तंवर का स्थान लिया है। दूसरी तरफ़, हुड्डा ने किरण चौधरी का स्थान लिया है। हुड्डा को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष भी बनाया गया है। हरियाणा में अक्टूबर के आखिर में चुनाव प्रस्तावित है।
हरियाणा के कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने बताया कि शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष और हुड्डा को विधायक दल का नेता नियुक्त किया गया है। आजाद ने यह भी स्वीकार किया कि इन नियुक्तियों में विलंब हुआ है।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि ‘देर आए, दुरुस्त आए।’ कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल की मौजूदगी वाले संवाददाता सम्मेलन में आजाद ने शैलजा और हुड्डा के लंबे राजनीतिक अनुभव का जिक्र किया और उम्मीद जताई कि दोनों के नेतृत्व में कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर देगी।
Haryana: Congress appoints Bhupinder Singh Hooda as Congress Legislature Party (CLP) leader and Chairman of the State Election Committee https://t.co/SbLDfp7xsj
— ANI (@ANI) September 4, 2019
दूसरी तरफ़, हुड्डा ने किरण चौधरी का स्थान लिया है। हुड्डा को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष भी बनाया गया है। हरियाणा के कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं को बताया कि शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष और हुड्डा को विधायक दल का नेता नियुक्त किया गया है।
Kumari Selja on being appointed Haryana Congress President: It is a huge responsibility on my shoulders, all of us will have to work together. We are committed to the party's ideology. pic.twitter.com/hZZGVNVzKx
— ANI (@ANI) September 4, 2019
उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री हुड्डा की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके कार्यों और अनुभव को देखते हुए चुनाव के प्रबंधन की जिम्मेदारी उन्हें दी गई है। आजाद ने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि ये दोनों नेता और अन्य वरिष्ठ नेता मिलकर भाजपा की सरकार का मुकाबला करेंगे।’’
रोहतक की रैली में अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस के रुख की हुड्डा द्वारा परोक्ष रूप से आलोचना करने और नेताओं के अंदरूनी कलह के सवाल पर आजाद ने कहा, ‘‘वो बातें अतीत की है। अब हम भविष्य की बात करें। मुझे विश्वास है कि सभी नेता मिलकर काम करेंगे और विजय की ओर बढ़ेंगे।’’
यह पूछे जाने पर कि अब तंवर और किरण चौधरी की क्या भूमिका होगी तो कांग्रेस प्रभारी ने कहा, ‘‘कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी है। सभी की भूमिका होगी। जिसकी जहां जरूरत होगी, उसका वहां उपयोग किया जाएगा।’’ कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले को हुड्डा की नाराजगी और राज्य के पार्टी नेताओं के आपसी कलह को दूर करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।
Former Haryana CM Bhupinder Singh Hooda on being appointed Congress Legislature Party (CLP) leader and Chairman of the State Election Committee: Party has taken a decision, I respect it. I thank Sonia ji for giving me this responsibility. pic.twitter.com/hHNaajhmbT
— ANI (@ANI) September 4, 2019
दरअसल, नाराजगी की खबरों के बीच, हुड्डा ने मंगलवार को अपने समर्थक नेताओं के साथ बैठक की थी जिसमें इन नेताओं ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव के संदर्भ में आगे का निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया था।
हरियाणा कांग्रेस में अंदरूनी कलह खासकर हुड्डा एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक तंवर के बीच टकराव की खबरें लंबे समय से आ रही हैं। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि हुड्डा पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं और अलग होने का रास्ता भी चुन सकते हैं।
नाराजगी की अटकलों के बीच ही गत 29 अगस्त को हुड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ऐसी खबरें आई थीं कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को बदला जा सकता है और टिकट बंटवारे में हुड्डा की भूमिका सुनिश्चित की जा सकती है।