कर्नाटक: शराबबंदी का क्रांतिकारी कदम उठाएं: कांग्रेस नेता एच. के. पाटिल ने येदियुरप्पा से कहा
By भाषा | Published: May 1, 2020 01:38 PM2020-05-01T13:38:52+5:302020-05-01T13:44:38+5:30
राजस्थान में कांग्रेस नेता व विधायक भरत सिंह ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखकर शराब की दुकानों को खोलने का आग्रह किया। वहीं, कर्नाटक में कांग्रेस नेता लॉकडाउन को बेहतर समय बताकर शराबबंदी की मांग कर रहे हैं।
बेंगलुरु: कांग्रेस के दिग्गज नेता एच. के. पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के कारण शराब की बिक्री पर लगी पाबंदी ने पुर्ण शराब बंदी का क्रांतिकारी कदम उठाने का एक बढ़िया अवसर दिया है।
उन्होंने कहा कि ‘‘खुशहाल, शांतिपूर्ण तथा प्रसन्नचित समाज की नींव रखने के लिए’’ कर्नाटक में पूर्ण शराबबंदी की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा को लिखे पत्र में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रह चुके 66 वर्षीय पाटिल ने कहा कि प्रकृति ने उन्हें शराबबंदी का ऐतिहासिक कदम उठाने और नशामुक्त आदर्श समाज बनाने का मौका दिया है।
उन्होंने कहा कि शराब की बिक्री पर लॉकडाउन के कारण लगी अस्थायी रोक से परिवारों में शांति कायम हो पाई है और लाखों लोगों की सेहत बेहतर हुई है। इसके अलावा चिकित्सीय खर्च कम हुए हैं।
इसके अलावा, एक दूसरे कांग्रेस नेता जो राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में सांगोद से विधायक भरत सिंह ने पत्र लिखकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से शराब की बिक्री जल्द शुरू करने की मांग की है।
कांग्रेसी विधायक भरत सिंह ने तो यह लिखा है कि अगर अल्कोहल से हाथ धोने से कोरोना मर रहा है, तो शराब पीने से वायरस गले में ही मर जाएगा। सरकार को पैसा भी मिलेगा और वायरस भी मर जाएगा। इसलिए शराब की बिक्री जल्द शुरू की जाए। वहीं, बीजेपी नेता भवानी सिंह राजावत ने तो यहां तक कह दिया कि सतयुग में भी देवता सोमरस का पान किया करते थे।