कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्तः दिग्विजय सिंह ने कहा- कमलनाथ सरकार को नहीं कोई खतरा, हम सब हैं एक साथ
By रामदीप मिश्रा | Published: March 4, 2020 10:25 AM2020-03-04T10:25:52+5:302020-03-04T10:31:26+5:30
मध्यप्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेन्द्र सिंह और रामपाल सिंह सहित अन्य बीजेपी नेता साजिश के तहत आठ विधायकों को हरियाणा के गुरुग्राम में एक होटल में जबरन ले गए। विधायकों ने उन्हें बताया कि बीजेपी नेताओं द्वारा उन्हें जबरन वहां ले जाया गया।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता आठ विधायकों को जबरन हरियाणा के एक होटल में ले गए हैं। ऐसा कांग्रेस ने आरोप लगाया है। इस बीच मंगलवार आधी रात को गुरुग्राम में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला है। बताया जा रहा था कि मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार संकट में है। इस पर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तस्वीर साफ कर दी है और कहा है कि ऐसा कुछ भी नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपरोर्ट के अनुसार, दिग्विजय सिंह से जब पूछा गया क्या मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार खतरे में है तो उन्होंने जवाब दिया कि कोई खतरे में नहीं है। हम एकसाथ हैं।
मध्यप्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेन्द्र सिंह और रामपाल सिंह सहित अन्य बीजेपी नेता साजिश के तहत आठ विधायकों को हरियाणा के गुरुग्राम में एक होटल में जबरन ले गए। विधायकों ने उन्हें बताया कि बीजेपी नेताओं द्वारा उन्हें जबरन वहां ले जाया गया।
उन्होंने कहा कि हम उन्हें वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं। उनमें से चार विधायक वापस भी आ गए हैं, लेकिन आदिवासी विधायक बिसाहूलाल सिंह को जबरन उठा लिया गया है। पटवारी के इस बयान से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए बीजेपी पर कांग्रेस के विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) के आरोप लगाते हुए दावा किया था कि बीजेपी के एक पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह बसपा की विधायक रामबाई को चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली ले गए हैं।
Congress leader Digvijaya Singh in Delhi on being asked if there was any danger to the Congress government in Madhya Pradesh: There is no danger. We all are united. pic.twitter.com/V3cdsJCWcB
— ANI (@ANI) March 4, 2020
उन्होंने कहा था की बीजेपी, कांग्रेस विधायकों को 25 से 35 करोड़ का ऑफर दे रही है। शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा दोनों में ये तय हुआ है कि एक मुख्यमंत्री और दूसरा उप मुख्यमंत्री बनेगा। अभी लगभग 10 विधायकों के पास ये ऑफर आए हैं, जिसकी जानकारी उन्होंने मुझे दी है।
बीजेपी ने दिग्विजय के इस दावे को खारिज करते कहा कि राज्यसभा के 26 मार्च को होने वाले चुनाव में अपना नामांकन सुनिश्चित करने के लिए वह इस तरह के बयान दे रहे हैं। मीडिया में आई खबरों के अनुसार दिग्विजय सिंह और उनके मंत्री पुत्र जयवर्धन सिंह भी विधायकों से मिलने हरियाणा के होटल पहुंचे। हरियाणा ले जाए गए आठ विधायकों में से चार कांग्रेस, एक निर्दलीय और बाकी बसपा और सपा के विधायक हैं।
इस पर पलटवार करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय पर सनसनी फैलाने के लिए झूठा बयान देने का आरोप लगाया। वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि लोग दिग्विजय को अब गंभीरता से नहीं लेते हैं।
मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। इस समय कांग्रेस के पास 114 विधायकों की संख्या है और बीजेपी के पास 107 विधायकों की संख्या है। बीएसपी के दो और समाजवादी पार्टी के पास एक विधायक है। इसके अलावा चार निर्दलीय विधायक हैं। कांग्रेस का दावा है कि उसे 121 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।