West Bengal Election: जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आईशी घोष को सीपीएम ने दिया टिकट, जानें किस सीट से लड़ेगी चुनाव
By अनुराग आनंद | Published: March 11, 2021 11:20 AM2021-03-11T11:20:25+5:302021-03-11T15:04:33+5:30
एसएफआई के राष्ट्रीय महासचिव मयूख बिस्वास ने कहा कि यह पहला मौका है, जब जेएनयू छात्र संघ के किसी मौजूदा अध्यक्ष को विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में सीपीएम की ओर से जारी की गई उम्मीदवारों की सूची में जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आईशी घोष भी शामिल हैं। आइशी को टिकट मिलने पर पार्टी के युवा नेताओं में बेहद खुशी है।
टीओआई के मुताबिक, सीपीएम पार्टी ने पश्चिम बर्धवान जिले की जमुरिया सीट से आईशी घोष को चुनावी समर में उतारने का फैसला लिया है। जनवरी 2020 में जेएनयू कैंपस में हुई हिंसा के दौरान आइशी घोष घायल हो गई थीं। उनके अलावा कई अन्य युवाओं को सीपीएम ने चुनावी समर में उतारा है।
यूथ विंग की प्रदेश अध्यक्ष मीनाक्षी मुखर्जी को पार्टी ने नंदीग्राम से चुनावी समर में उतारा
अपनी यूथ विंग की प्रदेश अध्यक्ष मीनाक्षी मुखर्जी को पार्टी ने नंदीग्राम सीट से चुनावी समर में उतारा है, जहां से ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं। बुधवार को ही सीएम ममता बनर्जी ने इस सीट पर पर्चा दाखिल किया था। बीजेपी की ओर से इस सीट पर शुभेंदु अधिकारी को उतारा गया है।
आइशी घोष पश्चिम बर्धवान जिले के ही दुर्गापुर कस्बे की रहने वाली हैं-
आईशी घोष पश्चिम बर्धवान जिले के ही दुर्गापुर कस्बे की रहने वाली हैं। एसएफआई की नेता आइशी घोष का चुनाव लड़ना सीपीएम की ओर से एक नया प्रयोग है। एसएफआई के राष्ट्रीय महासचिव मयूख बिस्वास ने कहा कि यह पहला मौका है, जब जेएनयू छात्र संघ के किसी मौजूदा अध्यक्ष को विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है।
SFI के राष्ट्रीय महासचिव मयूख बिस्वास ने आइशी घोष की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है-
एसएफआई के राष्ट्रीय महासचिव मयूख बिस्वास ने कहा कि हालांकि हम आइशी घोष की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं क्योंकि जमुरिया कोयला माफिया के लिए स्वर्ग बन गया है।' ऐसा पहली बार है, जब बुजुर्ग नेताओं को ही मौका देने के आरोपों का सामना कर रही सीपीएम ने इतनी बड़ी संख्या में युवाओं को मौका दिया है।