झारखंड में बदले राजनीतिक परिवेश में राजद की बल्ले-बल्ले हो गई है. सूबे की सत्ता में बदलाव का फायदा राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को मिल्ने के कयास लगाये जाने लगे हैं. चर्चा है कि हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव भाग ले सकते हैं.
इसके लिए लालू को कुछ दिनों का पैरोल मिल सकता है. अभी चारा घोटाले के चार मामलों में सजायाफ्ता रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद और वर्तमान में रांची स्थित रिम्स में ईलाजरत लालू प्रसाद यादव को कुछ दिनों के लिए जेल से बाहर लाया जा सकता है.
सूत्रों की अगर मानें तो हरियाणा के तर्ज पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पैरोल का आवेदन हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने की अनुमति के लिए दिये जाने की तैयारी चल रही है. हालांकि बिरसा मुंडा होटवार केंद्रीय कारा के जेल अधीक्षक अशोक कुमार चौधरी ने फिलहाल ऐसे किसी आवेदन से इन्कार किया है. जेल अधीक्षक अशोक कुमार चौधरी ने बताया कि पैरोल के लिए भी नियम-कानून है.
यह आकस्मिक स्थिति में ही कैदी को दिया जाता है. जैसे परिवार के शादी-विवाह हो या फिर कोई अनहोनी हुई है. किसी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पैरोल देने का प्रावधान नहीं है. उन्होंने बताया कि अब तक उन्हें आवेदन नहीं मिला है.
आवेदन आने के बाद ही वे इस संबंध में कुछ बता पाएंगे. लेकिन सूत्रों की अगर मानें तो लालू यादव के लिए पैरोल की प्रक्रिया शुरू किये जाने की तैयारी है. इसके लिए अंदर हीं अंदर काम किया जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि रांची के रिम्स में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे लालू के दिन अब फिरेंगे.
यहां उल्लेखनीय है कि झारखंड में भाजपा के सत्ता से बेदखल होने के बाद झामुमो, कांग्रेस और राजद के महागठबंधन को सरकार बनाने का मौका मिला है. इधर झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झामुमो, कांग्रेस और राजद की महागठबंधन सरकार का ताना-बाना बुनने लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव राजधानी रांची में हीं हैं. इससे पहले झारखंड में महागठबंधन सरकार बनने पर लालू ने ट्वीट के जरिये अपनी खुशी का इजहार किया था.
तब लालू ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को शुभकामना और आशीष देते हुए लिखा कि मेरी मनोकामना पूरी हुई. अहंकार और पाखंड का अवसान हो गया. ऐसे में लालू की मनोकामना पूरी होने को उनके पैरोल से जोडकर देखा जा रहा है.
यही नही लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव अपने पिता के लिए सहूलियत-सुविधाएं को लेकर बेहद संजीदा हो गए हैं. प्रदेश राजद अध्यक्ष अभय कुमार सिंह भी अपने नेता को लेकर फिक्रमंद दिख रहे हैं. नई सरकार में लालू का खास ख्याल रखा जाना तय माना जा रहा है.
यहां बता दें कि हाल ही में लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका हाई कोर्ट से खारिज हुई है. चारा घोटाले के दुमका कोषागार मामले में लालू ने आधी सजा पूरी होने के आधार पर अदालत से जमानत मांगी थी. जिसे उच्च न्यायालय ने सुनवाई के बाद खारिज कर दिया. इससे पहले लालू को देवघर मामले में झारखंड हाई कोर्ट से जमानत दी जा चुकी है. इसबीच, बदले राजनीतिक हालात के बाद लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव और भावी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज रिम्स पहुंचे.
दोनों की मुलाकात में झारखंड के साथ-साथ बिहार के राजनीतिक हालात पर भी चर्चा हुई. वैसे इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा है कि उनके पिता लालू यादव झारखंड में बनने वाली नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे. वहीं रघुवर दास की झारखंड में हार पर दिए बयान पर तेजस्वी यादव ने कहा की भाजपा भले कुछ कहे, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया है. उन्होंने कहा रघुवर दास भले कोई बहाना बना लें, लेकिन ये हार पार्टी की गलत नीतियों की वजह से हुई है.
बता दें कि चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव रिम्स में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे हैं. वे पेईंग वार्ड में भर्ती हैं. लालू प्रसाद यादव से शनिवार को अधिक से अधिक तीन लोग मुलाकात कर सकते हैं. आज तेजस्वी यादव जेल प्रबंधन से विशेष अनुमति लेकर अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मिलने पहुंचे. सूत्रों का कहना है कि दोनों नेता राजद प्रमुख से मिले और इस दौरान झारखंड में बनने वाली महागठबंधन सरकार की दशा-दिशा और आगे की सियासी रणनीति पर चर्चा हुई.