नई दिल्ली, 28 फरवरी: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष ने मोदी सरकार की नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस से गंठबंधन तोड़ बिहार के नए महागठबंधन में शामिल होने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले बुधवार को मांझी ने आरजेडी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से उनके आवास पर मुलाकात की और कुछ देर बाद आरजेडी के साथ महागठबंधन में शामिल होने की सार्वजनिक रूप से घोषणा की।
जीतन राम की इस घोषणा का आरजेडी ने स्वागत किया है। इस पूरे मामले में तेजस्वी यादव ने कहा कि मांझी उनके माता-पिता के पुराने दोस्त रहे हैं और वह मांझी का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में जल्द एक साझा प्रेस कॉफ्रेंस की जाएगी।
बता दें कि एनडीए में अधिक महत्व नहीं दिए जाने से नाराज चल रहे मांझी ने आगामी 23 मार्च को बिहार से राज्यसभा की छह सीटों के लिये होने वाले चुनाव में अपनी पार्टी से एक व्यक्ति को उम्मीदवार बनाए जाने की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर उनकी यह मांग नहीं मानी गई तो वह आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में एनडीए के पक्ष में प्रचार नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि मांझी 2015 में जनता दल-युनाइटेड से अलग हो गए थे। उसी साल उन्होंने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा-सेकुलर का गठन किया और 2015 में बिहार विधनासभा चुनाव होने से पहले एनडीए से गठबंधन किया था।