स्पीकर ने नामंजूर किया इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला का इस्तीफा, जानिए क्यों दिया था...
By बलवंत तक्षक | Published: January 13, 2021 05:20 PM2021-01-13T17:20:01+5:302021-01-13T17:22:22+5:30
इनेलो विधायक अभय चौटाला ने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा था कि अगर केंद्र सरकार तीनों नए कृषि कानूनों को 26 जनवरी तक वापस नहीं लेती तो उनके पत्र को सदन से विधायक के रूप में उनका इस्तीफा समझा जा सकता है.
चंडीगढ़ः केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध और किसान आंदोलन के समर्थन में ऐलनाबाद क्षेत्र से इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के विधायक अभय सिंह चौटाला का इस्तीफा हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने नामंजूर कर दिया है.
गुप्ता ने कहा कि कारण बताते हुए इस्तीफा देना मान्य नहीं है. उन्होंने कहा कि विधानसभा के नियम के मुताबिक केवल दो लाइन में अपनी सदस्यता से इस्तीफा देता हूं यही मान्य है. गुप्ता ने यह भी कहा कि इनेलो विधायक अभय चौटाला को खुद उनके सामने हाजिर हो कर सदन की सदस्यता से इस्तीफा देना होगा, तभी इसे स्वीकार किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि अभय चौटाला इस्तीफे के नाम पर केवल राजनीति कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि 11 जनवरी को इनेलो के प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को ई-मेल कर विधायक पद से अपना इस्तीफा भेज था.
अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा था कि केंद्र सरकार ने जिस तरह की परिस्थितियां बना दी हैं, उन्हें देखते हुए ऐसा लगता है कि विधानसभा के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में मैं कोई ऐसी भूमिका नहीं निभा सकते, जिससे किसानों के हितों की रक्षा की जा सके. ऐसे में विधानसभा में मेरी मौजदूगी कोई महत्व नहीं रखती है. ऐसे हालात में अगर केंद्र सरकार काले कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तो उनके पत्र को 27 जनवरी से विधानसभा से उनका त्याग पत्र समझा जाए.