हरियाणा: बीजेपी सरकार के मंत्री ने कहा - जमीन कब्जा करने की नीयत से नमाज पढ़ना गलत
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: May 7, 2018 01:45 PM2018-05-07T13:45:34+5:302018-05-07T13:45:34+5:30
मुसलमानों द्वारा नमाज पढ़ने को लेकर ताजा विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ हिंदुत्ववादी गुटों ने करीब दो हफ्ते पहले गुरुग्राम में खुली जगह पर नमाज पढ़ने का विरोध किया था।
हरियाणा में नमाज पर बयानबाजियों का दौर थम नहीं रहा है। अब हरियाणा के स्वास्थ्य और खेल मंत्री अनिल विज ने नमाज को लेकर ऐसा बयान दिया है जिस पर विवाद हो रहा है। अनिल विज ने सोमवार (सात मई) को मीडिया से कहा, "ओकैजनली अगर किसी को पढ़नी पड़ जाती है धर्म की आजादी है। लेकिन किसी जगह को कब्जा करने की नियत से नमाज पढ़ना गलत है। उसकी इजाज़त नहीं दी जा सकती।" इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा था कि नमाज केवल मस्जिद या ईदगार में पढ़ी जानी चाहिए। हालांकि बाद में सीएम खट्टर ने सफाई देते हुए कहा कि उनके वो मतलब नहीं था।
मुसलमानों द्वारा नमाज पढ़ने को लेकर ताजा विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ हिंदुत्ववादी गुटों ने करीब दो हफ्ते पहले गुरुग्राम में खुली जगह पर नमाज पढ़ने का विरोध किया था। इन गुटों का आरोप था कि जमीन पर कब्जा करने के लिए कुछ लोग खुली जगह पर नमाज पढ़ते हैं। इन गुटों ने माँग की थी कि खुली जगहों पर नमाज पढ़ने पर रोक लगायी जाए।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने रविवार (छह मई) को सीएम खट्टर ने कहा था, "हमारा कहना है कि जो नमाज पढ़ने के स्थान हैं, नमाज पढ़नी ही चाहिए। नमाज मस्जिद में पढ़नी चाहिए, नमाज ईदगाह में पढ़नी चाहिए, और नमाज पढ़ने का उनका स्थान कम पड़ता है तो अपने निजी स्थान पर पढ़नी चाहिए। ये ऐसे विषय नहीं है जिनका सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शन हो।"
दूसरी तरफ हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख अशोक तंवर ने सीए मनोहरलाल खट्ट के बयान की आलोचना की। तंवर ने कहा कि कई धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम सार्वजनिक जगहों पर होते हैं। जगह की कमी की वजह से लोग सार्वजनिक जगहों का इस्तेमाल करते हैं।