बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस को झटका दिया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती हरियाणा में विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेंगी। वह किसी से समझौता नहीं करेंगी।
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि बसपा आगामी हरियाणा विधानसभा चुनावों में सभी 90 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। हमारा कांग्रेस या किसी और के साथ गठबंधन नहीं होगा। राज्यसभा सांसद ने कहा कि हम अकेले चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले मायावती ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए दुष्यंत चौटाला की पार्टी से समझौता समाप्त कर दिया था।
मायावती ने शुक्रवार रात ट्वीट कर कहा कि हरियाणा में होने वाले विधानसभा आमचुनाव में दुष्यन्त चौटाला की पार्टी से जो समझौता किया था वह सीटों की संख्या एवं उसके आपसी बंटवारे के मामले में उनके अनुचित रवैये के कारण इसे बसपा की हरियाणा इकाई के सुझाव पर आज समाप्त कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में पार्टी हाईकमान ने यह फैसला किया है कि हरियाणा में शीघ्र ही होने वाले विधानसभा आमचुनाव में अब बसपा अकेले ही अपनी पूरी तैयारी के साथ यहाँ सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
जननायक जनता पार्टी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि उनकी पार्टी का मानना है कि बहुजन समाज पार्टी को मजबूत किया जाए और इसलिए हरियाणा के आसन्न विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने 90 विधानसभा सीटों में बसपा को 40 सीटें देने की पेशकश की थी।
उन्होंने कहा कि अब उनकी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इससे एक दिन पहले शुक्रवार को बसपा ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) के साथ अपनी राहें जुदा करते हुए प्रदेश विधानसभा अकेले लड़ने का ऐलान किया था और राज्य में सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है।
जजपा प्रमुख चौटाला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘जजपा का भरोसा बसपा को, इसके नेतृत्व को, कार्यकर्ताओं, समर्थकों को मजबूत करने में है और इसलिए उसे (चुनाव लड़ने के लिए) 40 सीटें दिया है । हमारी मंशा थी कि ‘बहुजन समाज’ को राजनीतिक शक्ति और आत्मविश्वास से भरा जाए और हम ऐसा करना जारी रखेंगे।’’
इंडियन नेशनल लोकदल के विभाजन के बाद बने जजपा के प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी दिवंगत चौधरी देवी लाल और बी आर अंबेडकर के विचारों के साथ आगे बढ़ रही है ।