बिहार विधानसभा में धान खरीदी पर जमकर हंगामा, विपक्षी दलों ने किया सदन से वॉक आउट
By एस पी सिन्हा | Published: February 23, 2021 04:16 PM2021-02-23T16:16:56+5:302021-02-23T16:16:56+5:30
इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी अपनी बात रखते हुए आरोप लगाया कि सरकार अब और धान नहीं खरीद सकती इसलिए यह फैसला लिया गया है।
पटना,23 फरवरी। बिहार में चल रहे विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान राजद, कांग्रेस, भाकपा-माले सहित अन्य विपक्षी दल सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड रहे हैं। बजट सत्र के आज तीसरे दिन भी जमकर हंगामा हुआ। दरअसल, विधानसभा में राजद और विपक्षी दलों की तरफ से आज किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन का प्रस्ताव दिया गया था।
राज्यपाल के अभिभाषण पर होने वाली चर्चा का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कार्य स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया, इसके बाद सदन में धान खरीद के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण सूचना के माध्यम से इसे राजद के द्वारा उठाया गया। इस पर सरकार के जवाब से नाराज राजद विधायकों ने सदन से वॉक आउट भी कर दिया। राजद की ओर से ध्यानाकर्षण सूचना के माध्यम से उठाये गये इस सवाल पर कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने दावा किया कि बिहार में 21 फरवरी तक 35.5 लाख मैट्रिक टन से अधिक की खरीददारी हुई है। यह अब तक की सबसे ज्यादा खरीद है।
लिहाजा अब धान खरीद की तारीख बढ़ाए जाने की जरूरत नहीं है। कृषि मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में वास्तविक किसानों के पास अब धान नहीं है। ऐसे में मिलर और बिचौलियों को फायदा पहंचाने के लिए तारीख नहीं बढाई जा सकती है। बता दें कि धान खरीद का मामला राजद के विधायक सुधाकर सिंह ने उठाया था। इस मामले में सवाल उठाते हुए उन्होंने धान खरीद की तारीख को बढाकर 25 मार्च तक करने की मांग की थी।
तेजस्वी यादव ने बोला सरकार पर जोरदार हमला
वहीं, विधान सभा से वॉकआउट करने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में किसानों को ठगने का काम किया जा रहा है। बिहार में किसानों से एमएसपी पर धान नहीं खरीदा जा रहा है। किसान भुखमरी और आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। एपीएमसी एक्ट खत्म कर बिहार के किसानों को बंधक बनाने वाली सरकार को जवाब देना चाहिए और बिहार में धान खरीद की तारीख बढाई जानी चाहिए थी, लेकिन अब सरकार इस से भाग रही है।
सीएम नीतीश कुमार को छोड़ देनी चाहिए कुर्सी: तेजस्वी यादव
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनते हुए यह कुर्सी छोड देनी चाहिए। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सरकार राज्यपाल से अभिभाषण के दौरान झूठ बोलने का काम करा रही है। बिहार में क्षमता के मुताबिक ही धान की खरीद नहीं हो पाई है। सरकार ने ध्यानाकर्षण के जवाब में सदन के अंदर जो बातें कही हैं उससे पता चलता है कि बिहार के किसानों के साथ कैसे धोखाधडी की गई है।
विधायकों ने किया विधानसभा पोर्टिको में प्रदर्शन
वहीं, बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के पहले राजद के विधायकों ने विधानसभा पोर्टिको में प्रदर्शन किया है। राजद के विधायक के हाथों में प्ले कार्ड लेकर नारेबाजी करते नजर आए हैं। किसानों के समर्थन में राजद के विधायकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। राजद के विधायकों ने आरोप लगाया कि देश का अन्नदाता आज खतरे में है और नए कृषि कानूनों के जरिए केंद्र सरकार किसानों को गुलाम बनाना चाहती है। ऐसे में नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को जायज ठहराते हुए राजद ने उसका समर्थन किया है।