गोरखपुर-फूलपुर उपचुनावः 32 प्रत्याशियों में 25 फीसदी आपराधिक, 11 करोड़पति उम्मीदवार
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: March 10, 2018 11:16 AM2018-03-10T11:16:33+5:302018-03-10T11:35:56+5:30
उत्तर प्रदेश के फूलपुर और गोरखपुर संसदीय सीटों पर हो रहे उपचुनावों को लेकर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) और यूपी इलेक्शन वॉच ने अपनी रिपोर्ट जारी की।
लखनऊ, 10 मार्चः उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों- फूलपुर और गोरखपुर में होने वाले उपचुनाव में जहां 25 फीसदी प्रत्याशी आपराधिक छवि वाले हैं। वहीं उपचुनाव में दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से चुनावी मैदान में उतरे 32 में से 11 प्रत्याशी करोड़पति हैं। उत्तर प्रदेश के फूलपुर और गोरखपुर संसदीय सीटों पर हो रहे उपचुनावों को लेकर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) और यूपी इलेक्शन वॉच ने अपनी रिपोर्ट जारी की।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक इस उपचुनाव में करीब 78 फीसदी उम्मीदवार 50 वर्ष से कम आयु के हैं। लेकिन महिलाओं की भागीदारी मात्र 9 प्रतिशत ही हैं। गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में कुल 32 प्रत्याशियों में से आठ (25 फीसदी) ने अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मामले घोषित किए हैं। फूलपुर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार अतीक अहमद पर हत्या के 8 मामले और हत्या के प्रयास के तीन मामले दर्ज हैं।
यह भी पढ़ेंः- फूलपुर लोकसभा उपचुनावः जातीय समीकरण साधकर संसद पहुंचने की कवायद, इन मुद्दों की बात कौन करेगा?
रिपोर्ट के मुताबिक, अतीक अहमद पर कुल 53 आपराधिक मामले हैं। फूलपुर से ही पर्वितन समाज पार्टी के उम्मीदवार रईस अहमद खान के खिलाफ हत्या के प्रयास का एक मामला है। वहीं भाजपा प्रत्याशी कौशलेंद्र सिंह पटेल पर पहली पत्नी के रहते धोखाधड़ी कर दूसरी शादी रचाने समेत दो आपराधिक मामले दर्ज हैं। दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से चुनावी मैदान में उतरे 32 में से 11 प्रत्याशी करोड़पति हैं। वहीं सभी उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 3.15 करोड़ रुपये है।
उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा अमीर प्रत्याशी फूलपुर से समाजवादी पार्टी के नागेंद्र प्रताप पटेल हैं। उनकी कुल संपत्ति 33 करोड़ रुपये है। वहीं 25 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर फूलपुर सीट के निर्दलीय प्रत्याशी अतीक अहमद हैं। गोरखपुर से सर्वोदय भारत पार्टी के प्रत्याशी गिरीश नारायण पांडे 10 करोड़ रुपये संपत्ति के साथ तीसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं।
यह भी पढ़ेंः- अररिया लोकसभा उपचुनाव 2018: मुद्दे दब गए, बना प्रतिशोध और प्रतिष्ठा का सवाल
सबसे ज्यादा कर्जदार प्रत्याशियों में गोरखपुर से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सुरहिता करीम हैं, जिन पर तीन करोड़ रुपये का कर्ज है। दूसरे नंबर पर फूलपुर से सपा के नागेंद्र प्रताप पटेल हैं, उन पर एक करोड़ रुपये का कर्ज है। 88 लाख रुपये के कर्ज के साथ तीसरे नंबर पर फूलपुर से भाजपा उम्मीदवार कौशलेंद्र सिंह पटेल हैं। उन्होंने बताया कि इन 32 में से 17 उम्मीदवार इनकम टैक्स रिटर्न फाइल नहीं करते हैं। वहीं 14 प्रत्याशियों ने आय का स्रोत नहीं बताया है।
फूलपुर और गोरखपुर में चुनाव लड़ रहे 78 फीसदी उम्मीदवार युवा हैं, जिनकी आयु 50 फीसदी से कम है, जबकि केवल 7 उम्मीदवारों की आयु 61 से 70 साल के बीच है। दोनों सीटों पर हो रहे उपचुनाव में तीन महिला उम्मीदवार मैदान में हैं यानी भागीदारी महज 9 फीसदी है।
फूलपुर लोकसभाः किसने किसपर खेला दांव?
फूलपुर लोकसभा सीट के लिए भाजपा और सपा दोनों पार्टियों ने पटेल उम्मीदवार उतारा है। भाजपा की तरफ से कौशलेंद्र सिंह पटेल प्रत्याशी हैं वहीं सपा ने नागेंद्र सिंह पटेल पर दांव खेला है। कांग्रेस ने मनीष मिश्रा को टिकट दिया है। बहुजन समाज पार्टी इस बार चुनाव नहीं लड़ रही है। सुप्रीमो मायावती ने सपा प्रत्याशी को समर्थन देने का फैसला किया है।
गोरखपुर लोकसभाः किसने किसपर खेला दांव?
बीजेपी ने अगड़े-पिछड़ों का सामंजस्य बिठाते हुए गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए उपेंद्र शुक्ला को टिकट दिया है। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली पसंद योगी कमलनाथ माने जा रहे थे। समाजवादी पार्टी ने प्रवीण निषाद को प्रत्याशी घोषित किया है। वे निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में सपा की सहयोगी रही कांग्रेस ने गोरखपुर सीट पर अपना अलग प्रत्याशी उतारा है। गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से डॉ. सुरहिता चटर्जी करीम कांग्रेस पार्टी की दावेदारी पेश कर रही हैं। बहुजन समाज पार्टी ने सपा उम्मीदवार को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है।
*IANS Inputs