अनंत हेगड़े के बयान को पूर्व महाराष्ट्र CM फड़नवीस ने किया खारिज, कहा-"हेगड़े के सभी आरोप झूठे हैं"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 2, 2019 11:49 AM2019-12-02T11:49:44+5:302019-12-02T11:52:30+5:30
अनंत हेगड़े ने कहा कि यह जानते हुए कि हमारे पास बहुमत का आभाव है, फिर भी देवेंद्र फड़नवीस ने 80 घंटे के लिए प्रदेश के सीएम पद की शपथ ली। इसके पीछे एक बहुत अहम वजह थी। उन्होंने इसके पीछे के कारण को स्पष्ट करते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने राज्य के विकास के लिए 40000 करोड़ रुपये दिए थे, इस पैसा को वापस लेने के लिए यह तय किया गया कि एक ड्रामा किया जाएगा।
महाराष्ट्र में 80 घंटे के लिए BJP सरकार बनने को लेकर अनंत हेगड़े के बयान पर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि मेरे द्वारा सीएम के रूप में ऐसा कोई बड़ा नीतिगत निर्णय नहीं लिया गया है। ऐसे सभी आरोप झूठे हैं।
#WATCH Former Maharashtra CM & BJP leader Devendra Fadnavis on Ananth K Hegde (BJP) remark, 'Devendra Fadnavis became CM & in 15 hours he moved Rs 40,000 crores back to Centre': No such major policy decision has been taken by me as CM. All such allegations are false. pic.twitter.com/wSEDOMGF4N
— ANI (@ANI) December 2, 2019
आपको बता दें कि अनंत हेगड़े ने कहा कि यह जानते हुए कि हमारे पास बहुमत का आभाव है, फिर भी देवेंद्र फड़नवीस ने 80 घंटे के लिए प्रदेश के सीएम पद की शपथ ली। इसके पीछे एक बहुत अहम वजह थी। उन्होंने इसके पीछे के कारण को स्पष्ट करते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने राज्य के विकास के लिए 40000 करोड़ रुपये दिए थे, इस पैसा को वापस लेने के लिए यह तय किया गया कि एक ड्रामा किया जाएगा।
इसी ड्रामा के तहत फड़नवीस 80 घंटे के लिए सीएम बने और 15 घंटे में वह 40,000 करोड़ रुपये केन्द्र को वापस कर दिए। अनंत हेगड़े ने कहा कि उन्हें पता था कि अगर कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना सरकार सत्ता में आती है तो वह विकास के लिए धन का दुरुपयोग करेगी। इसलिए इस ड्रामा को तैयार किया गया।
Ananth K Hegde,BJP: A CM has access to around Rs 40,000 Cr from Centre.He knew if Congress-NCP-Shiv Sena govt comes to power it would misuse funds meant for development. So it was decided that there should be a drama.Fadnavis became CM&in 15hrs he moved Rs40,000 Cr back to Centre https://t.co/3SNymN1eMQ">pic.twitter.com/3SNymN1eMQ
— ANI (@ANI) https://twitter.com/ANI/status/1201351717029216256?ref_src=twsrc%5Etfw">December 2, 2019
आपको बता दें कि शिवसेना ने सोमवार को उम्मीद जताई कि महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर देवेंद्र फड़नवीस उन गलतियों को नहीं दोहराएंगे जो उन्होंने राज्य का मुख्यमंत्री रहते हुए की थीं। फड़नवीस के आनन-फानन में 23 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर एक बार फिर हमला बोलते हुए शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के एक संपादकीय में कहा कि भाजपा ने वह चेहरा खो दिया है जिसे लोग पसंद करते थे। उन्हें 80 घंटों बाद ही इस्तीफा देना पड़ा था। इसमें दावा किया गया कि लोगों ने भाजपा से दूरी बना ली है।
शिवसेना ने कहा, “भाजपा के पास जो मौजूदा समर्थन है (अपने खुद के विधायकों एवं निर्दलीय विधायकों का) वह संभवत: पार्टी के साथ नहीं रहेगा। पार्टी के साथ जो कुछ भी हो रहा है वह उसके पूर्व के कर्मों का नतीजा है।” प्रदेश भाजपा विधायक दल के नेता फड़नवीस को रविवार को विधानसभा में विपक्ष का नेता घोषित किया गया।
शिवसेना ने कहा, “फड़नवीस को याद रखना चाहिए कि इतिहास में उन्हें ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा जिसने हर किसी को अंधेरे में रख कर और बहुमत के बिना अवैध तरीके से शपथ ली थी।” पार्टी ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि वह उस पद (मुख्यमंत्री) पर महज “80 घंटों” के लिए रहे। अगर वह अपनी इस छवि से बाहर निकलना चाहते हैं तो उन्हें नेता प्रतिपक्ष के तौर पर नियमानुसार काम करना होगा और भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायक दल के पूर्व नेता एकनाथ खड़से से ट्यूशन लेनी चाहिए। संपादकीय में कहा गया, “फडणवीस को विपक्ष के नेता की गरिमा बरकरार रखना चाहिए और उन गलतियों को नहीं दोहराना चाहिए जो उन्होंने महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री रहते हुए की थीं।”