वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से ने सोमवार को दिल्ली में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद खड़से के पार्टी छोड़ने की अटकलों को बल मिला है. विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद से खड़से भाजपा के राज्य नेतृत्व की आलोचना करते रहे हैं. खड़से आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे।
पूर्ववर्ती फड़नवीस सरकार में राजस्व मंत्री रहे खड़से को भोसरी में प्लॉट लेने में घपले के के आरोपों के बाद 2016 में इस्तीफा देना पड़ा था. विधानसभा चुनावों में उन्हें मुक्ताईनगर से टिकट नहीं दिया गया था. उनकी बेटी को टिकट दिया गया था, जो हार गईं. विधानसभा चुनावों में भाजपा के कमजोर प्रदर्शन के बाद पार्टी के कुछ निर्णयों पर 67 वर्षीय नेता ने खुलकर आवाज जताई थी और कहा था नाराज पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे और उनकी बेटी को जानबूझकर हराया गया है.
खड़से के एक सहयोगी ने दावा किया कि पार्टी द्वारा खड़से से किए जा रहे व्यवहार के कारण ओबीसी नेतृत्व में नाराजगी है और दिल्ली के नेताओं से इस पर भी चर्चा की जा सकती है. खड़से ने शनिवार को पार्टी नेतृत्व को चेतावनी दी कि अगर उनका अपमान जारी रहा तो वे दूसरे विकल्प की तलाश करेंगे. पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने उनसे मिलकर उन्हें मनाने की कोशिश की थी. लेकिन पवार के साथ मुलाकात से तय हो गया कि वे विफल रहे. सियासी हलकों में कहा जा रहा है कि वे जल्द ही एनसीपी का दामन थाम सकते हैं.