नई दिल्ली: भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस व शिवसेना सांसद संजय राउत शनिवार को बिना किसी तरह की जानकारी सार्वजनिक किए पहले से तय कार्यक्रम के तहत लग्जरी लंच पर मिले। सूत्रों के हवाले से मीडिया में यह खबर सामने आई कि दोनों नेताओं के बीच मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में मुलाकात हुई।
दोनों नेताओं के इस मुलाकात के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे। यह कहा जाने लगा कि क्या एक बार फिर से शिवसेना पाला बदलने जा रही है। लेकिन, इस खबर के सार्वजनिक होने पर एक-एक कर दोनों नेताओं ने बाद में सफाई दी है।
पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने इस मामले में क्या कहा-
इस मामले में पूर्व सीएम व भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि संजय राउत जी शिवसेना के अखबार सामाना के लिए मेरा साक्षात्कार लेना चाहते थे। इस पर चर्चा के लिए बैठक आयोजित की गई थी क्योंकि मैंने कुछ शर्तें रखी थीं, मैं चाहता था कि मेरे साक्षात्कार को बिना किसी काट-छांट व संपादन आदि किए ही प्रकाशित किया जाए।
इसके साथ ही पूर्व सीएम ने कहा कि संजय राउत जी मेरे शर्तों पर राजी हो गए हैं। संभवत: बिहार चुनाव के बाद यह साक्षात्कार हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम दोनों के बीच इस बैठक में कोई राजनीतिक वार्ता नहीं हुई।
संजय राउत ने मुलाकात को लेकर ये कहा-
बता दें कि इस मामले में शिवसेना सांसद व शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादक संजय राउत ने मुलाकात को लेकर कहा कि मैं कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कल (शनिवार) देवेंद्र फड़नवीस से मिला था। वह पूर्व सीएम हैं। इसके अलावा वह महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता हैं और बीजेपी के बिहार चुनाव प्रभारी भी हैं।
साथ ही राउत ने कहा कि हमारे बीच वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम दुश्मन नहीं हैं। संजय राउत ने यह भी मीडिया को बताया कि सीएम उद्धव को इस बैठक के बारे में पता था।
अकाली दल के एनडीए से निकलने पर राउत ने किया कटाक्ष
इसके साथ ही शिवसेना सांसद संजय राउत ने अकाली दल के एनडीए से अलग होने को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि एनडीए के मजबूत स्तंभ शिवसेना और अकाली दल थे।
शिवसेना को मजबूरन एनडीए से बाहर निकलना पड़ा, अब अकाली दल निकल गया। एनडीए को अब नए साथी मिल गए हैं, मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। जिस गठबंधन में शिवसेना और अकाली दल नहीं हैं, मैं उसको NDA नहीं मानता।