दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा नहीं हुई है। फरवरी 2020 में चुनाव होने की संभावना है। 2014 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 सीट में से 67 पर कब्जा किया था। भाजपा को 3 सीट से संतोष करना पड़ा। कांग्रेस का खाता नहीं खुला था।
इस बीच नेता इधर से उधर होना शुरू हो गए हैं। आम आदमी पार्टी के 2019 लोकसभा उम्मीदवार रहे गुग्गन सिंह बीजेपी में शामिल हो गए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी सहित दिल्ली के कई वरिष्ठ नेता की मौजदूगी में भारतीय जनता पार्टी में सोमवार को शामिल हो गए।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता गुग्गन सिंह सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। गुग्गन लोकसभा चुनाव में उत्तर पश्चिमी दिल्ली से आप के उम्मीदवार थे। दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और दिल्ली प्रमुख मनोज तिवारी की मौजूदगी में सिंह भाजपा में शामिल हो गए।
जावड़ेकर दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रभारी हैं। सिंह जुलाई 2017 में भाजपा छोड़कर आप में आ गए थे। दलित नेता को लोकसभा चुनाव में आरक्षित सीट से भाजपा के हंस राज हंस ने 5.9 लाख मत से हराया था। इससे पहले वह 2013 के चुनाव में भाजपा के टिकट पर बवाना से विधायक निर्वाचित हुए थे।
गुग्गन सिंह पहले भी भाजपा में रह चुके हैं। बवाना उपचुनाव में टिकट न मिलने के कारण आप में शामिल हो गए थे। प्रमुख दलों के बीच जोड़-तोड़ का सिलसिला शुरू हो गया है। दलबदल की सियासी जंग भाजपा व आम आदमी पार्टी (आप) के बीच चल रही है।
एमसीडी चुनाव से पहले भाजपा ने आप विधायक वेद प्रकाश को अपने खेमे में कर लिया था। अब भाजपा से विधायक रहे गुग्गन सिंह अपने समर्थकों संग आप में शामिल हो गए थे। दिलचस्प यह कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुग्गन सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलाई।दरअसल, 2013 में बवाना से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर गुग्गन सिंह विधायक बने थे। 2015 में उनका मुकाबला आप के वेदप्रकाश से हुआ था। लेकिन वह चुनाव हार गए, जबकि वेद प्रकाश विधायक बने।एमसीडी चुनाव से पहले वेद प्रकाश ने पाला बदल लिया और भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने वबाना उपचुनाव में वेद प्रकाश को अपना प्रत्याशी बनाया है। बताया जा रहा है कि गुग्गन सिंह ने इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोंकी थी।