कोविड-19ः कोरोना के नाम पर यूपी में अधिकारी, कर्मचारी और व्यापारी कर रहे हैं मोटी कमाई!

By शीलेष शर्मा | Updated: July 28, 2020 17:31 IST2020-07-28T17:31:02+5:302020-07-28T17:31:02+5:30

नतीजा 500 से 800 रुपये प्रति पांच लीटर का डिब्बा 2500 रुपये में खुल्लमखुल्ला बेचा जा रहा है। व्यापार में मुनाफ़ा कमाना आम बात है लेकिन इस प्रदेश के नौकरशाह भी कोरोना के हालातों का लाभ कमाने में पीछे नहीं हैं।

Coronavirus lockdown UP officers employees and businessmen are making big money Corona | कोविड-19ः कोरोना के नाम पर यूपी में अधिकारी, कर्मचारी और व्यापारी कर रहे हैं मोटी कमाई!

सपा नेता अखिलेश यादव का भी आरोप है कि कोरोना राज्य में कमाई का साधन बन गया है।  (file photo)

Highlightsसेक्टर -27 के मकान संख्या ई -330 में "प्रीमियम इन " लक्स्ज़री स्टे नाम की लॉज़ को क्वारंटाइन सेंटर स्थानीय प्रशासन ने घोषित किया है।आवासीय संपत्ति के बाहर लगी पट्टिका में छुपा है जिस पर शंकर सिंह आईएएस, कुंवर भवानी सिंह आईएएस, डॉक्टर शुचि सिंह पीसीएस के नाम लिखे हैं।कोरोना के नाम पर प्रदेश में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठा रहे हैं, प्रियंका गाँधी ने मुख्यमंत्री योगी को लिखे पत्र में सीधा आरोप लगाया है।

नई दिल्लीः पूरा देश जिस समय कोरोना महामारी की जंग से जूझ रहा है। उत्तर प्रदेश में कोरोना कमाई का नया साधन बन गया है। जहाँ एक ओर व्यापार चलाने वालों ने राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के छोटे शहरों में सैनेटाइजर का कारोबार मशरूम की तरह फ़ैला दिया है।

नतीजा 500 से 800 रुपये प्रति पांच लीटर का डिब्बा 2500 रुपये में खुल्लमखुल्ला बेचा जा रहा है। व्यापार में मुनाफ़ा कमाना आम बात है लेकिन इस प्रदेश के नौकरशाह भी कोरोना के हालातों का लाभ कमाने में पीछे नहीं हैं।

एनसीआर में यूपी के नोएडा में इसका खुला सुबूत सामने आया है। सेक्टर -27 के मकान संख्या ई -330 में "प्रीमियम इन " लक्स्ज़री स्टे नाम की लॉज़ को क्वारंटाइन सेंटर स्थानीय प्रशासन ने घोषित किया है जहाँ विदेशों से भारत लौटने वाले यात्रियों को सात दिन के लिये क़्वारन्टाइन में भेजा जा रहा है।

हालांकि ऐसे सेंटरों की सूची में अन्य होटल भी नाम के लिये शामिल किये गये लेकिन ऐसे यात्रियों को इसी लॉज़ में रखा जा रहा है। इसका सच इस आवासीय संपत्ति के बाहर लगी पट्टिका में छुपा है जिस पर शंकर सिंह आईएएस, कुंवर भवानी सिंह आईएएस, डॉक्टर शुचि सिंह पीसीएस के नाम लिखे हैं।

लोकमत ने जब प्रशासन से सफ़ाई मांगी तो नोएडा के सूचना अधिकारी रमेश चौहान ने पहले तो सफाई दी कि और भी होटल हैं लेकिन जब उनको बताया गया कि यात्री को बिना कुछ बताये जबरन यहाँ रुकाया जा रहा है तो उन्होंने एडीएम एल ए से बात करने को कहा, उनको लोकमत ने व्हाट्सप्प पर संदेश भेज कर प्रतिक्रिया माँगी परन्तु उन्होंने उसका संज्ञान तो लिया लेकिन कोई उत्तर नहीं दिया।

राजनीतिक दल भी कोरोना के नाम पर प्रदेश में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठा रहे हैं, प्रियंका गाँधी ने मुख्यमंत्री योगी को लिखे पत्र में सीधा आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश में क़्वारण्टीन सेंटरों और हॉस्पिटलों की स्थिति दयनीय है, कोरोना का डर दिखा कर पूरे तंत्र में भ्रष्टाचार पनप रहा है। सपा नेता अखिलेश यादव का भी आरोप है कि कोरोना राज्य में कमाई का साधन बन गया है। 

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