नई दिल्ली: बीजेपी ने अपने दल के सभी राज्यसभा सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है। पार्टी ने तीन लाइन का व्हिप जारी करते हुए सभी राज्यसभा सांसदों को 24 सितंबर को संसद में अनिवार्य तौर पर उपस्थित होने के लिए कहा है।
बता दें कि मंगलवार शाम को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई थी। इसमें भारत व चीन के मामले के अलावा कोरोना महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था की चुनौतियों को लेकर चर्चा हुई थी। ऐसे में संभव है कि सदन में 14 सितंबर को इन अहम मामलों में चर्चा कर सरकार कोई फैसला ले सकती है। इसके अलावा, राज्यसभा के उप-सभापति का भी चुनाव होना है। इस चुनाव में सत्ताधारी दल बहुमत से अपना उपसभापति बनाकर विपक्ष को करारा जवाब देना चाहती है।
राज्यसभा उपसभापति के लिए हरिवंश ने किया नमांकन दाखिल-
बता दें कि राज्यसभा उपसभापति पद के लिए एनडीए की तरफ से एक बार फिर से जनता दल यू के हरिवंश मैदान में हैं। हरिवंश ने इस पद के लिए नमांकन बुधवार को दाखिल कर दिया है। ऐसे में साफ है कि भाजपा ने एनडीए की ओर से हरिवंश को उपसभापति चुनने के लिए सभी राज्यसभा सांसदों को संसद में उपस्थित रहने के लिए कहा है।
राज्यसभा उपसभापति चुनाव में एकजुटता दिखाने को तैयार विपक्ष
मॉनसून सत्र के पहले दिन होने वाले राज्यसभा उपसभापति पद के चुनाव को लेकर विपक्ष एकजुट खड़ा दिखाई दे रहा है। इस मामले के जानकार लोगों ने बताया कि विपक्ष इस चुनाव में संयुक्त उम्मीदवार उतारने जा रहा है। कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि यह फैसला मंगलवार को हुई कांग्रेस की एक बैठक में लिया गया था।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुई बैठक में मॉनसून सत्र को लेकर रणनीति बनी। 14 सितंबर से शुरू हो रहे सत्र में कांग्रेस समेत विपक्ष केंद्र सरकार को भारत-चीन मुद्दे पर घेरने की तैयारी कर रही है। हरिवंश नारायण सिंह का पहला कार्यकाल इस साल अप्रैल महीने में खत्म हो चुका है। वे दोबारा राज्यसभा में चुनकर आए हैं।
इससे पहले भी हरिवंश रह चुके हैं राज्यसभा उपसभापति-
अगस्त, 2018 में कांग्रेस नेता पीजे कुरियन के कार्यकाल खत्म होने के बाद जेडीयू सांसद हरिवंश को उपसभापति बनाया गया था। बतौर एनडीए उम्मीदवार, हरिवंश ने कांग्रेस कैंडिडेट बीके हरि प्रसाद को हराते हुए 125 वोट हासिल किए थे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को 105 वोट ही मिल सके थे।
इस बार उपसभापति पद का चुनाव मॉनसून सत्र के पहले दिन 14 सितंबर को होगा। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 11 सितंबर है। वहीं, बीते लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही निचले सदन में डिप्टी स्पीकर का पद भी खाली है।