मंत्री मुकेश सहनी के भाई के बाद रामप्रीत पासवान के बेटे ने की नल-जल योजना की जांच, नीतीश कुमार की किरकिरी
By एस पी सिन्हा | Published: March 16, 2021 08:18 PM2021-03-16T20:18:58+5:302021-03-16T20:20:12+5:30
पूर्णिया के रुपौली प्रखंड की पंचायतों से जुड़े मामले में पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान के पुत्र दीपक कल्याण उर्फ छोटू जांच दल में शामिल थे.
पटनाः बिहार सरकार में पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी के भाई के सरकारी कार्यक्रमों में जाने का मामला अभी पूरी तरह ठंडा भी नहीं हुआ है कि एक और मंत्री के बेटे के नल जल योजना की जांच में शामिल होने का मामला सामने आया है.
सूबे के पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान के बेटे दीपक कल्याण उर्फ छोटू नल-जल योजना की जांच करने गई विभागीय टीम में शामिल पाए गए हैं. इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही निशाने पर लिया है. वहीं, इस मामले को लेकर बिहार विधानसभा में आज विपक्ष ने जमकर हंगामा किया.
राजद विधायक के ललित यादव ने शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान इस मामले को विधानसभा में उठाया और उन्होंने इस पर सरकार से जवाब की मांग की. लेकिन विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सदन में इस मुद्दे पर बोलने की अनुमति नहीं दी. उन्होंने कहा कि किसी भी मंत्री या अन्य माननीय सदस्य के ऊपर इस तरह के आरोप लगाने के पहले आसन को पूर्व में सूचना देनी होगी, सदन में खड़े होकर सीधे आरोप लगा देने की अनुमति नियम के तहत नहीं है.
इसके बाद राजद के विधायक वेल में जा पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे, थोडी देर तक सदन में हंगामा होता रहा. इस दौरान भाकपा-माले के विधायक ने सीमांचल के मुद्दे को लेकर सदन में प्रस्ताव स्वीकार करने और उस पर चर्चा की मांग करते रहे. माले के विधायकों ने भी वेल में पहुंचकर प्रदर्शन किया. बाद में विधानसभा अध्यक्ष के समझाने पर सभी सदस्य अपनी सीट पर वापस लौट गए.
उधर, तेजस्वी यादव ने ना सिर्फ मंत्री के बेटे के नाम पर नल-जल योजना को भी वसूली वाली योजना करार दिया. उन्होंने एक अखबार में छपी खबर की कटिंग को ट्वीट करते हुए लिखा- बिहार के अब तक के सबसे कमजोर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सबसे कमजोर लुंज-पुंज सरकार चल रही है. कभी एक मंत्री का भाई सरकारी योजनाओं का उद्घाटन करने पहुंचता है कभी दूसरे मंत्री का बेटा वसूली के लिए योजनाओं की जांच करने पहुंच रहा है. नीतीश जी ने बिहार का मजाक बना कर रख दिया है. दरअसल, यह पूरा मामला पूर्णिया जिले के रुपौली का है.
यहां नल जल योजना की जांच करने के लिए विभागीय टीम पहुंची थी, लेकिन इस टीम के साथ-साथ मंत्री जी के बेटे दीपक कल्याण भी पहुंच गए. मंत्री पुत्र की तस्वीर जांच टीम के साथ वायरल हुई और उसके बाद मंत्री रामप्रीत पासवान इस मामले पर घिरते नजर आ रहे हैं. हालांकि पीएचईडी मंत्री डॉक्टर रामप्रीत पासवान ने कहा है कि मैं पूर्णिया खुद भी गया था. मेरे साथ मेरे बेटे और पीएस भी थे.
योजना की समीक्षा मैंने खुद की मंत्री जी ने सफाई देते हुए कहा है कि उनके ड्राइवर की तबीयत खराब थी लिहाजा बेटे को साथ लेकर गए थे. उन्होंने इस मामले पर उठ रहे सवालों को बेबुनियाद बताया. बताया जाता है कि मंत्री रामप्रीत पासवान बनमनखी के भाजपा विधायक कृष्ण कुमार ऋषि के पिता के श्राद्ध कर्म में भाग लेने आए थे. इस दौरान मंत्री के बेटे और ओएसडी विनोद विनय भी पूर्णिया आए थे. सभी को सर्किट हाउस ठहराया गया था. आरोप है कि एक दिन बाद अमौर में नल जल योजना की जांच करने के बाद मंत्री लौट गए.
ओएसडी और मंत्री पुत्र वही रूके और 2 दिनों तक कई प्रखंडों में नल जल योजना का निरीक्षण किया. मंत्री पुत्र और ओएसडी की तरफ से भवानीपुर की सुरैती सहित रुपौली की कई पंचायतों में काम का लिया जायजा लिया गया. इन सभी निरीक्षण में जांच टीम के साथ-साथ मंत्री पुत्र भी शामिल हुए.
मंत्री के ओएसडी ने बताया कि पूर्णिया में नल जल योजना में धांधली की शिकायत मिली थी, इसलिए मंत्री ही पूर्णिया आए थे. वहीं, इस मामले में विभाग के कार्यपालक अभियंता मनीष कुमार के मुताबिक मंत्री के पुत्र निरीक्षण के लिए रुपौली गए थे. वह योजनाओं की गुणवत्ता को देख रहे थे.
वहां जांच टीम में कई अधिकारी शामिल थे. यहां उल्लेखनीय है कि इससे पहले मंत्री मुकेश सहनी के भाई के द्वारा सरकारी योजनाओं का उद्घाटन करने पर सियासी बवाल मचा था. विधानसभा में खूब हंगामा होने पर नीतीश कुमार ने भी बयान दिया था.